Fact Check: आधार कार्ड पर 478000 रुपये का लोन दे रही है केंद्र सरकार? जानें क्या है वायरल मैसेज का सच
आधार कार्ड से लोन देने वाला मैसेज तेजी से वायरल होने के बाद पीआईबी फैक्ट चेक की टीम ने इसकी पड़ताल की. पड़ताल में टीम ने पाया कि मैसेज पूरी तरह से गलत और भ्रमित करने वाली है. पीआईबी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से वायरल मैसेज को शेयर किया और लोगों को आगाह किया कि यह मैसेज पूरी से फेक है.
आधार कार्ड को लेकर इस समय एक खबर बहुत तेजी से वायरल हो रही है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार आधार कार्ड पर सभी लोगों को 478000 रुपये का कर्ज दे रही है. मैसेज वायरल में यह भी दावा किया जा रहा है कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन ऑनलाइन किया जाना है.
वायरल मैसेज में पीएम मोदी की तस्वीर
वायरल मैसेज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर आधार कार्ड के लोगो के साथ इस्तेमाल किया गया है. मैसेज में साफ लिखा गया है कि सरकार दे रही है सभी आधार वालों को 478000 रुपये का कर्ज. ऑनलाइन आवेदन करें.
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It is being claimed that the central government is providing a loan of ₹4,78,000 to all Aadhar card owners#PibFactCheck
▶️ This claim is #fake
▶️ Do not forward such messages
▶️ Never share your personal/financial details with anyone pic.twitter.com/U5gbE3hCLD
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) August 16, 2022
क्या है वायरल मैसेज का सच
आधार कार्ड से लोन देने वाला मैसेज तेजी से वायरल होने के बाद पीआईबी फैक्ट चेक की टीम ने इसकी पड़ताल की. पड़ताल में टीम ने पाया कि मैसेज पूरी तरह से गलत और भ्रमित करने वाली है. पीआईबी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से वायरल मैसेज को शेयर किया और लोगों को आगाह किया कि यह मैसेज पूरी से फेक है और इसे कहीं भी शेयर न करें.
व्यक्तिगत/वित्तीय विवरण साझा करने से बचें
आज कल तेजी से साइबर अपराध बढ़ता जा रहा है. साइबर अपराधी रोजाना नयी-नयी तरकीब लगाकर लोगों से पैसे ठग रहे हैं. जिसमें सबसे अधिक मामले ऑनलाइन फ्रॉर्ड के आ रहे हैं. इसलिए हमेशा यह सुझाव दिया जाता है कि कभी भी अपना व्यक्तिगत/वित्तीय विवरण किसी के साथ साझा न करें. अकसर यह देखा गया है कि साइबर अपराधी बैंक अधिकारी बनकर लोगों को अपनी जाल में फंसाते हैं. लोग भी आसानी से उनकी जाल में फंस जाते हैं और अपने बैंक की पूरी जानकारी साइबर अपराधी के साथ शेयर कर देते हैं. जब धोखाधड़ी की घटना होती है, तो फिर लोगों को होश आता है और फिर हाथ मलते रह जाते हैं. इसलिए हमेशा सतर्क रहें और बैंक ओटीपी और कागजात कभी भी शेयर न करें.
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