भारत का सबसे महंगा शेयर नहीं रहा MRF, 1 साल में आई 40,000 रुपये की भारी गिरावट

MRF Share Price: एमआरएफ के शेयर में गिरावट से निवेशकों को झटका लगा है, लेकिन कंपनी की लंबी अवधि की परफॉर्मेंस अभी भी मजबूत है. अगर आप इस स्टॉक में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह समय कंपनी की फंडामेंटल एनालिसिस पर गौर करने का है.

By KumarVishwat Sen | January 21, 2025 6:00 PM

MRF Share Price: एमआरएफ के शेयर में पिछले एक साल के दौरान 40 हजार रुपये की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. एमआरएफ का शेयर कभी देश का सबसे महंगा शेयर हुआ करता था, लेकिन अब नहीं रहा. मंगलवार को एमआरएफ ने नया 52 वीक लो बनाया और 1,12,400 रुपये तक गिर गया. आज से 1 साल पहले यह 1,51,445 रुपये के उच्चतम स्तर पर था.

52 वीक हाई से 40,000 रुपये नीचे गिरा एमआरएफ का शेयर

एमआरएफ का शेयर अपने 52 वीक हाई से करीब 40,000 रुपये नीचे गिर चुका है. इस दौरान 20% का निगेटिव रिटर्न दिया है. पिछले एक महीने में यह शेयर 14% गिरा है. इस गिरावट का असर कंपनी के बाजार पूंजीकरण पर भी पड़ा है, जो घटकर 48,000 करोड़ रुपये रह गया है.

एमआरएफ के शेयर में भारी गिरावट के प्रमुख कारण

  • ऑटोमोबाइल सेक्टर पर दबाव: भारतीय ऑटो सेक्टर में मंदी और कमजोर डिमांड ने एमआरएफ जैसी टायर मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को प्रभावित किया है.
  • भारतीय शेयर बाजार की गिरावट: पिछले 4 महीनों से भारतीय शेयर बाजार में लगातार गिरावट का दौर चल रहा है, जिससे एमआरएफ का शेयर भी प्रभावित हुआ है.
  • कमजोर ग्लोबल और घरेलू संकेत: वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता और भारतीय बाजार में कमजोर निवेश धारणा का असर कंपनी के शेयर पर पड़ा है.

एमआरएफ का इतिहास: गुब्बारे से लेकर टायर तक का सफर

एमआरएफ की शुरुआत 1946 में केएम मामेन मपिल्लई ने गुब्बारे बनाने के व्यवसाय से की थी, लेकिन समय के साथ, 1952 में उन्होंने मद्रास रबर फैक्ट्री (एमआरएफ) की स्थापना की.

  • 1961: एमआरएफ को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का दर्जा मिला.
  • 1965: कंपनी ने अमेरिका में टायर निर्यात शुरू किया.
  • 1980: टू-व्हीलर टायर का उत्पादन शुरू हुआ.
  • 1993: ट्रक, कार और बाइक के टायरों में लीडर बनी.

एमआरएफ शेयर की ऐतिहासिक परफॉर्मेंस

एमआरएफ के शेयर ने पिछले दो दशकों में निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है.

  • 2004: शेयर की कीमत मात्र 1,548 रुपये थी.
  • 2010: यह शेयर 5,000 रुपये के स्तर को पार कर गया.
  • 2015: शेयर ने 44,922 रुपये का स्तर छू लिया.
  • 2024: एमआरएफ का ऑलटाइम हाई 1,51,445 रुपये पर पहुंचा.
  • 2025: वर्तमान में यह शेयर 1,12,400 रुपये पर है, लेकिन पिछले 5 सालों में इसने 60% का रिटर्न दिया है.

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देश का सबसे महंगा शेयर कौन?

एमआरएफ का शेयर कभी भारत का सबसे महंगा शेयर था, लेकिन अब यह एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स से पीछे हो गया है. वर्तमान में एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स का शेयर 1,37,010 रुपये पर है, जो इसे भारत का सबसे महंगा शेयर बनाता है.

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