Mukesh Ambani: देश के दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज से करीब 42,000 लोगों की नौकरी चली गई. कंपनी ने एक साल पहले के मुकाबले वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान अपने कार्यबल में करीब 11 फीसदी की कटौती की है. मीडिया की रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने लागत में कटौती करने के लिए यह कदम उठाया है. रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि रिटेल सेक्टर में आई गिरावट की वजह से कंपनी को नौकरी में छंटनी करने का फैसला करना पड़ा. पूरे वित्त वर्ष के दौरान कंपनी ने नई भर्ती नहीं की. इसका कारण यह बताया जा रहा है कि पूरे वित्त वर्ष के दौरान कंपनी के कई स्टोर बंद हो गए और उनके विस्तार में कमी आई.
कर्मचारियों की संख्या में आई कमी
द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2022-23 में रिलायंस इंडस्ट्रीज में कंपनी में कर्मचारियों की संख्या 3,89,000 थी. वित्त वर्ष 2023-24 में यह घटकर 3,47,000 हो गई. रिलायंस इंडस्ट्रीज की ओर से अभी हाल ही में पेश की गई वार्षिक रिपोर्ट के हवाले से कहा जा रहा है कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान नई भर्ती में करीब एक तिहाई से अधिक कटौती की गई और इसे 1,70,000 स्तर पर ही रखा गया.
रिटेल सेक्टर में सबसे अधिक छंटनी
एक प्रमुख ब्रोकिंग फर्म के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है रिलायंस इंडस्ट्रीज के कई कारोबार पूरी तरह से परिपक्व हो गए हैं. उसे डिजिटल कदमों से काफी समर्थन भी मिला है. कंपनी के सारे कारोबार अपने चरम पर है. ब्रोकिंग फर्म ने कहा कि कंपनी लागत को कम करने के लिए नौकरी को घटाया है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने रिटेल सेक्टरमें सबसे अधिक छंटनी की है. रिटेल सेक्टर में वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान कर्मचारियों की संख्या 2,45,000 थी. वित्त वर्ष 2023-24 में यह घटकर 2,07,000 रह गई. इसके अलावा, रिलायंस जियो में वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान कर्मचारियों की संख्या 95,000 थी, जो घटकर 90,000 रह गई है.
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रिलायंस इंडस्ट्रीज से क्यों गई नौकरियां
मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने लागत के खर्च में कटौती करने के लिए वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान कम भर्तियां कीं. कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि नई नियुक्तियों में भी कमी आई है. इस साल रिलायंस इंडस्ट्रीज ने नई नियुक्तियों में एक तिहाई से अधिक कटौती करते हुए इसे 1,70,000 पर सीमित रखा है.
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