महामारी में मुकेश अंबानी का बड़ा कदम : कोरोना से मरने वाले कर्मचारियों के परिवार को 5 साल तक वेतन देगा रिलायंस इंडस्ट्रीज

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) कोरोना से मरने वाले कर्मचारियों के बच्चों के लिए भारत में किसी भी संस्थान में शिक्षण शुल्क, छात्रावास आवास और स्नातक की डिग्री तक पुस्तक शुल्क का 100 फीसदी भुगतान प्रदान करेगी. इसके साथ ही, रिलायंस बच्चे के ग्रेजुएट होने तक पति या पत्नी, माता-पिता और बच्चों के लिए अस्पताल में भर्ती होने के लिए प्रीमियम का 100 फीसदी भुगतान भी वहन करेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2021 4:04 PM
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नई दिल्ली : टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा के बाद अब मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने भी संकट के इस काल में बड़ा कदम उठाया है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ऐलान किया है कि कोरोना की वजह से जान गंवानों वाले कर्मचारियों के परिवार को कंपनी की ओर से 5 साल तक वेतन का भुगतान किया जाएगा. इसके साथ ही, कंपनी ने आर्थिक मदद के तौर पर एकमुश्त 10 लाख रुपये के भुगतान का भी ऐलान किया है.

बच्चों की पढ़ाई फ्री

मीडिया में आ रही खबर के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) कोरोना से मरने वाले कर्मचारियों के बच्चों के लिए भारत में किसी भी संस्थान में शिक्षण शुल्क, छात्रावास आवास और स्नातक की डिग्री तक पुस्तक शुल्क का 100 फीसदी भुगतान प्रदान करेगी. इसके साथ ही, रिलायंस बच्चे के ग्रेजुएट होने तक पति या पत्नी, माता-पिता और बच्चों के लिए अस्पताल में भर्ती होने के लिए प्रीमियम का 100 फीसदी भुगतान भी वहन करेगी.

कर्मचारियों को कोविड लीव का मिलेगा लाभ

इसके अलावा, कंपनी ने यह भी घोषणा की है कि जो कर्मचारी कोरोना संक्रमित हैं या उनके परिवार का कोई सदस्य कोविड की चपेट में है, तो वे शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तर ठीक होने तक कोविड-19 लीव ले सकते हैं. विशेष रूप से, यह अवकाश नीति यह सुनिश्चित करने के लिए बढ़ाई गई है कि रिलायंस के सभी कर्मचारी पूरी तरह से ठीक होने या अपने कोविड-19 पॉजिटिव परिवार के सदस्यों की देखभाल करने पर ध्यान केंद्रित करें.

मुकेश अंबानी ने नहीं लिया वेतन

इन सबके अलावा, खबर यह भी है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में अपनी कंपनी से कोई वेतन नहीं लिया. उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के चलते व्यापार और अर्थव्यवस्था के प्रभावित होने के कारण स्वेच्छा से अपना पारिश्रमिक छोड़ दिया. रिलायंस की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया कि वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अंबानी का पारिश्रमिक शून्य था. उन्होंने इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी से 15 करोड़ रुपये का वेतन प्राप्त किया, जो पिछले 15 वर्षों से इसी स्तर पर बना हुआ था.

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Posted by : Vishwat Sen

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