Multiplex Popcorn Price: पीवीआर के चेयरमैन ने बताया, मल्टीप्लेक्स में पॉपकॉर्न इतना महंगा क्यों?
Multiplex Popcorn Price: पीवीआर (PVR) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजय बिजली ने बताया है कि मल्टीप्लेक्स में मिलने वाले पॉपकॉर्न और अन्य खाद्य वस्तुएं इतनी महंगी क्यों मिलती हैं.
Multiplex Popcorn Price: आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी के बीच लोग अपने परिवार के साथ सिनेमा हॉल में मूवी देखना पसंद करते हैं. लेकिन, हाल के वर्षों में यह एक महंगा मामला बन गया है, क्योंकि मूवी टिकट और स्नैक्स दोनों की कीमतें आसमान छू रही हैं. बता दें कि लगभग हर फिल्म देखने वाले को पसंद आने वाले लोकप्रिय स्नैक्स में से पॉपकॉर्न एक है. हालांकि, वह भी धीरे-धीरे आम आदमी की पहुंच से बाहर होता जा रहा है, क्योंकि हर कुछ हफ्तों में इसकी कीमत बढ़ रही है, जिसको लेकर समय-समय पर विवाद होता रहता है.
खाद्य और पेय पदार्थों की कीमतों में नहीं होगा कोई बदलाव
पीवीआर (PVR) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजय बिजली ने इस मुद्दे पर हाल ही में इकोनॉमिक टाइम्स के साथ बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सिनेमाघरों में स्नैक्स की उच्च कीमतों के खिलाफ बोलने के लिए उपभोक्ताओं को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है. हालांकि, अजय बिजली ने कहा कि खाद्य और पेय पदार्थों (F&B) की कीमतों में कोई बदलाव नहीं होगा, क्योंकि भारत अभी भी सिंगल स्क्रीन से मल्टीप्लेक्स में संक्रमण के चरण में है. उन्होंने कहा कि परिचालन लागत को पूरा करने के लिए मल्टीप्लेक्स में स्नैक्स ऊंचे दामों पर बेचे जाएंगे.
PVR के चेयरमैन ने बताई ये वजह
पीवीआर के चेयरमैन ने आगे ईटी को बताया कि देश में अब F&B बिजनेस 1,500 करोड़ रुपये का है. अजय बिजली ने कहा कि चूंकि मल्टीप्लेक्स में अधिक स्क्रीन हैं, इसलिए मल्टीपल प्रोजेक्शन रूम और साउंड सिस्टम की आवश्यकता के कारण लागत 4 से 6 गुना तक बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि एयर एयरकंडशनर भी जरूरी हो गया है और इस पर भी व्यय अधिक होता है. मालूम हो कि इस साल की शुरुआत में देश की दो प्रमुख मल्टीप्लेक्स श्रृंखलाओं पीवीआर और आईनॉक्स ने अपने विलय की घोषणा की है. यह वादा किया कि यह फिल्म दर्शकों के लिए गेम चेंजर साबित होगी और संयुक्त इकाई का लक्ष्य अंततः 1,500 स्क्रीन होना चाहिए. उपभोक्ताओं के लिए आक्रामक कीमत वाले टिकटों और एक बेहतर मूवी देखने के अनुभव के साथ उनका लक्ष्य उस बाजार पर फिर से कब्जा करना है, जिसे उन्होंने पिछले 2 वर्षों में ओटीटी खिलाड़ियों को सौंप दिया था.
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