Mutual Fund Market: रांची-शेयर बाजार में लगातार गिरावट दिख रही है, लेकिन इसका असर एसआईपी में देखने को नहीं मिल रहा है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इन इंडिया(एम्फी) के आंकड़ों से पता चलता है कि बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच निवेशक अब भी एसआईपी पर भरोसा बनाये हुए हैं. एम्फी के आंकड़ों के अनुसार, झारखंड में एक माह में म्यूचुअल फंड के बाजार में 2,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है. नवंबर 2024 में झारखंड में यह बाजार 73,000 करोड़ रुपये का था. जबकि, दिसंबर 2024 में यह बढ़ कर 75,000 करोड़ रुपये का हो गया है. झारखंड में 88 प्रतिशत निवेश इक्विटी और 12 प्रतिशत निवेश नन इक्विटी में हो रहा है. वहीं, जनवरी में एसआईपी इन फ्लो 26,400 करोड़ रुपये है. जबकि, दिसंबर में इन फ्लो 26,459 करोड़ रुपये के स्तर पर था.
एसआईपी के कई फायदे
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि एसआईपी के कई फायदे हैं. न्यूनतम राशि से भी इसे शुरू किया जा सकता है. बाजार के गिरने पर निवेशक और अधिक यूनिट आसानी से खरीद पाते हैं. हर माह एक निश्चित रकम जमा करते हैं.
कर सकते हैं निवेश-बाजार विशेषज्ञ
बाजार विशेषज्ञ ललित त्रिपाठी का कहना है कि विदेशी संस्थागत निवेशक द्वारा भारत से की जा रही बिकवाली के कारण शेयर बाजार में करेक्शन देखने को मिल रहा है. यह उनके लिए अच्छा मौका है, जो मार्केट में निवेश करना चाहते हैं. भारत में भी आरबीआई ने रेपो रेट में कटौती की है. इसकी वजह से भारत के बाजार में कंजप्शन को बढ़ावा देगा. इसकी वजह से बैंकिंग, एफएमसीजी और रियल इस्टेट में इसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा. आनेवाले समय में इन सेक्टर में अच्छे रिटर्न मिलने की संभावना है.
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