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म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने पर एफडी से ज्यादा मिलता है रिटर्न, जानें फंड का फंडा

Mutual Funds: म्यूचुअल फंड से मिलने वाला रिटर्न फिक्स्ड डिपॉजिट से मिलने वाले ब्याज के मुकाबले कहीं अधिक होता है. इसका कारण यह है कि म्यूचुअल फंड शेयर बाजार के पैसों को इक्विटी शेयर और डेट फंड में निवेश किया जाता है. म्यूचुअल फंड में फंड को पेशेवर फंड मैनेजरों की ओर प्रभावी तरीके से मैनेज किया जाता है.

Mutual Funds: अगर आप अपनी गाढ़ी कमाई में से बचत करके भविष्य के लिए पैसा जमा करने का प्लान बना रहे हैं, तो म्यूचुअल फंड आपके लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. लॉन्ग टर्म के लिए पैसा लगाकर आप फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) से बेहतर रिटर्न पा सकते हैं. आप अगर देश के किसी भी बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट करते हैं, तो आपको कम से कम 7.5 फीसदी से अधिकतम 9.5 फीसदी तक ब्याज मिल सकता है. वहीं, अगर आप किसी अच्छे म्यूचुअल फंड में निवेश करेंगे, तो आपको 7.5 फीसदी से लेकर 10.56 फीसदी तक रिटर्न मिल सकता है. कई म्यूचुअल फंडों में तो 60 फीसदी तक रिटर्न मिल जाता है, लेकिन यह शेयर बाजार की चाल पर निर्भर करता है. आइए, जानने की कोशिश करते हैं कि म्यूचुअल फंड में निवेश करना कितना फायदेमंद हो सकता है?

म्युचुअल फंड क्या है?

म्यूचुअल फंड निवेशकों का पैसा जमा करने वाला एक फंड है. म्यूचुअल फंड संचालित करने वाले बैंक या कोई वित्तीय संस्थान फंड में जमा किए गए पैसों का शेयर बाजार में निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड को एसेट मैनेजमेंट कंपनियां (एएमसी) मैनेज करती हैं. जब म्यूचुअल फंड में निवेश किए गए पैसों से बेनिफिट मिलता है, फंड मैनेज करने वाली कंपनियां निवेशकों के बीच उनके निवेश किए गए पैसों के आधार पर बांट देती हैं. आसान शब्दों में जानें, तो म्यूचुअल फंड पैसों के पूल की तरह है और यह सीधे तौर पर शेयर बाजार से जुड़ा हुआ है. इससे दो प्रकार के कारक जुड़े हैं. वह यह है कि इसमें पैसा लगाने पर बेहतर रिटर्न मिलता है, तो जोखिम भी कम नहीं है.

म्यूचुअल फंड में निवेश करने पर कितना रिटर्न मिलता है?

पैसा बाजार डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, म्यूचुअल फंड से मिलने वाला रिटर्न फिक्स्ड डिपॉजिट से मिलने वाले ब्याज के मुकाबले कहीं अधिक होता है. इसका कारण यह है कि म्यूचुअल फंड शेयर बाजार के पैसों को इक्विटी शेयर और डेट फंड में निवेश किया जाता है. म्यूचुअल फंड में फंड को पेशेवर फंड मैनेजरों की ओर प्रभावी तरीके से मैनेज किया जाता है और वे फंड के पैसों को वहां निवेश करते हैं, जहां से अधिक रिटर्न मिलने का चांस रहता है. उनका एकमात्र उद्देश्य अधिक से अधिक रिटर्न हासिल करना होता है. उदाहरण के तौर पर आप मान लीजिए कि आपने किसी म्यूचुअल फंड में 2, 50,000 रुपये का निवेश किया और फंड मैनेजरों द्वारा मैनेज किए जाने के बाद इसका मूल्य 4, 00,000 रुपये है. तब आपके इस पैसे पर निरपेक्ष रिटर्न [(4, 00,000-2, 50,000)/2, 50,000] = 60% होगा.

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म्यूचुअल फंड में कैसे निवेश करें?

  • म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए आपके पास एक इन्वेस्टमेंट अकाउंट होना जरूरी है.
  • आपके इन्वेस्टमेंट खाते का केवाईसी होना जरूरी है.
  • खाते का केवाईसी कराने के लिए पासपोर्ट साइज का फोटो, आपका हस्ताक्षर, पहचान प्रत्र, आधार नंबर और एड्रेस प्रूफ होना जरूरी है.
  • खाते के सफल एक्टिवेशन होने के बाद आप म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं.

डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश करना बाजार जोखिमों के अधीन है. प्रभात खबर अपने पाठकों को किसी म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह नहीं देता. किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले विशेषज्ञों से सलाह जरूर लें.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

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