Mutual Funds: सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी ने मिड कैप और स्मॉल कैप में जारी तेजी को लेकर चिंता जाहिर की थी. इसका असर अब बाजार में दिखने लगा है. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड (ICICI Prudential Mutual Fund) ने कहा है कि वो 14 मार्च से मिड-कैप और स्मॉल-कैप स्कीम्स में एकमुश्त पैसा (lump sum money) स्वीकार नहीं करेगा. इससे पहले, निप्पॉन (Nippon), टाटा (Tata) और एसबीआई एमएफ (SBI MF) ने एकमुस्त निवेश पर रोक लगा दिया है. कंपनी ने ये बड़ा फैसला इसलिए लिया है क्योंकि हाई वैल्यूएशन और स्ट्रांग फ्लो फंड मैनेजर्स के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति खड़ा कर देता है. हालांकि, आईसीआईसीआई मिडकैप निवेश पर चेक लगाने वाला पहला फंड मैनेजर हाउस होगा.
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आईसीआईसीआई ने क्या कहा?
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड की तरफ से इसके लिए एक नोटिस जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि फंड हाउस एकमुश्त कोई भी नया सब्सक्रिप्शन स्वीकार नहीं करेगा या अपने मिड-कैप और स्मॉल-कैप फंड दोनों में स्विच नहीं करेगा. हालांकि, फंड मैनेजर हाउस एसआईपी और एसटीपी के माध्यम से हर महीने दो लाख रुपये प्रति PAN लेवल की लिमिट के साथ नये रजिस्ट्रेशन लेना जारी रखेगा. इसे लेकर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने निवेशकों के लिए एक नोटिस जारी करके कहा है कि बाजार की गतिविधियों से निवेशकों के हितों को सुरक्षित करने के लिए ट्रस्टियों ने स्कीम्स में अस्थायी रूप से सब्सक्रिप्शन बंद करने का फैसला किया है. साथ ही, ये भी साफ किया गया है कि भविष्य में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल फिर से एकमुश्त सदस्यता स्वीकार कर सकता है. हालांकि, उस वक्त ट्रस्टियों से नई मंजूरी लेने के बाद.
एक साल में मिड और स्मॉल कैप ने कितना दिया रिटर्न
एसएंडपी बीएसई 250 स्मॉल कैप टीआरआई (कुल रिटर्न इंडेक्स) पिछले एक साल में 55.53% बढ़ा है. वहीं, एसएंडपी बीएसई 150 मिडकैप टीआरआई 54.24% बढ़ा है. जबकि निफ्टी 29.22% बढ़ा है. कुल मार्केट कैप में मिड और स्मॉल कैप शेयरों की मौजूदा हिस्सेदारी 36.4% है.