अर्थव्यवस्था के लिए तेजी से वैक्सीनेशन और निर्यात बाजारों पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत : अमिताभ कांत
Economy, Vaccination, Amitabh Kant : नयी दिल्ली : नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने रविवार को आर्थिक सुधार को लेकर कहा कि अर्थव्यवस्था के लिए हमें तेजी से वैक्सीनेशन की जरूरत है. सरकार ने आनेवाले महीनों में बहुत सारे वैक्सीन का आदेश दिया है. इसलिए मैं सरकार के दृष्टिकोण से सहमत हूं कि दिसंबर तक हमें पूरी आबादी का वैक्सीनेशन कर लेना चाहिए.
नयी दिल्ली : नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने रविवार को आर्थिक सुधार को लेकर कहा कि अर्थव्यवस्था के लिए हमें तेजी से वैक्सीनेशन की जरूरत है. सरकार ने आनेवाले महीनों में बहुत सारे वैक्सीन का आदेश दिया है. इसलिए मैं सरकार के दृष्टिकोण से सहमत हूं कि दिसंबर तक हमें पूरी आबादी का वैक्सीनेशन कर लेना चाहिए.
I think there's a need to push for consumer demand as the economy opens up, providing greater liquidity, spreading free ration as the Prime Minister has done till Diwali, all this will help the economy to boost up in due course: NITI Aayog CEO Amitabh Kant
— ANI (@ANI) June 13, 2021
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा है कि यह एक बहुत बड़ा अवसर है. कोविड-19 ने परिवर्तन को गति दी है. वैश्विक आपूर्ति शृंखला स्थानांतरित हो जायेगी. विनिर्माण के लिए चीन प्लस वन रणनीति होगी. भारत में एफडीआई भी बहुत अधिक आया है और यह हमारे लिए निर्माताओं को आकर्षित करने का अवसर है.
उन्होंने कहा कि यह खुद को आसान और सरल बनाने का भी एक अवसर है. बहुत सारे नियमों और विनियमों को दूर करें. भारत को व्यापार करने के लिए सबसे सरल और आसान स्थान बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करें. यह विकास के अत्याधुनिक क्षेत्रों में प्रवेश करने का भी अवसर है.
अमिताभ कांत ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में हमें दुनिया में छलांग लगाने के लिए नयी तकनीक का उपयोग करना चाहिए. सरकार ने बुनियादी ढांचे पर बहुत ध्यान दिया है. हमने राष्ट्रीय बुनियादी ढांचा के लिए पाइपलाइन बनायी है. मुझे लगता है कि भारत आज जो देख रहा है, वह अपने निर्यात में बहुत बड़ा सुधार है.
साथ ही उन्होंने कहा कि हमें वैश्विक बाजार को देखना चाहिए. दुनिया तरलता से भरी हुई है. क्योंकि, अलग-अलग देशों ने अलग-अलग पैकेज दिये हैं. इसलिए दुनिया भर में बहुत सारा पैसा उपलब्ध है. हमें निर्यात बाजारों पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि उपभोक्ता मांग को आगे बढ़ाने की जरूरत है. क्योंकि, अर्थव्यवस्था खुलती है तो अधिक तरलता प्रदान करती है. मुफ्त राशन का प्रसार करती है, जैसा प्रधानमंत्री ने दीवाली तक किया है, यह सब अर्थव्यवस्था को नियत समय में बढ़ावा देने में मदद करेगा.
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