NEP 2020: एनईपी 2020 से जुड़े एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि सरकार 2.5 लाख ग्राम पंचायतों, 12,500 से अधिक स्थानीय निकायों और लगभग 675 जिलों की व्यापक भागीदारी और 2 लाख से अधिक सुझावों पर विचार के बाद एनईपी के प्रस्ताव को तैयार किया है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि 2018-19 के ऑल इंडिया सर्वे ऑफ हायर एजुकेशन में महिलाओं का GER पुरुषों से थोड़ा अधिक है. हालांकि राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों और तकनीकी शिक्षा में महिला छात्रों की हिस्सेदारी विशेष रूप से कम है. इसे दुरुस्त करने की आवश्यकता है.’
आत्मनिर्भर भारत बनाने में मददगार– राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि मुझे यकीन है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमारे देश के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगी। यह न केवल हमारे युवाओं के भविष्य को मजबूत बल्कि हमारे देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तैयार करेगी.
गौरतलब है कि इससे पहले, राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने के प्रस्ताव के बाद शिक्षा मंत्री ने आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया था. शिक्षा मंत्री ने कहा कि एनईपी के लागू होने के बाद भी देश में आरक्षण व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं होगा. शिक्षा मंत्री का यह बयान उस समय आया, जब विपक्ष के नेता सदन में इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी में है.
नई शिक्षा नीति की प्रमुख बातें– नई शिक्षा नीति में सबसे बड़ी बातें यह है कि इस नीति में बचपन की देखभाल और शिक्षा पर जोर देते कहा गया है कि स्कूल पाठ्यक्रम के 10 + 2 ढांचे की जगह 5 + 3 + 3 + 4 की नयी पाठयक्रम संरचना लागू की जाएगी, जो क्रमशः 3-8, 8-11, 11-14, और 14-18 साल की उम्र के बच्चों के लिए होगी. वहीं सरकार इस नीति में क्षेत्रीय भाषाओं पर भी जोर दिया है.
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Poted By : Avinish Kumar Mishra
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