Netweb Tech IPO की शानदार लिस्टिंग हुई है. पब्लिक इश्यू के आखिरी दिन IPO करीब 91 गुना भरकर बंद हुआ था. अगर आपने भी IPO में पैसा लगाया है तो बता दें कि शेयर अलॉटमेंट हो गया है. ऐसे में आपको IPO में शेयर मिला है या नहीं ये घर बैठे चेक कर सकते हैं. बता दें कि Netweb Tech एक सुपर कंप्यूटर बनाने वाली कंपनी है. इसकी शुरूआत वर्ष 1999 में हुई थी. ये हाई-एंड कंप्यूटिंग सॉल्यूशंस उपलब्ध कराने वाली भारत की दिग्गज कंपनियों में शामिल है. इस कंपनी का महत्व और विश्व के बाजार में विश्वसनीयता इस बात से समझ सकते हैं कि कंपनी के बनाये तीन सुपरकंप्यूटर्स दुनिया के टॉप-500 सुपरकंप्यूटर्स में 11 बार चुनी गयी है. कंपनी प्राइवेट क्लाउड और HCI, AI सिस्टम्स और एंटरप्राइज वर्कस्टेशंस का है.
कैसे चेक करें अपना शेयर
ये चेक करने के लिए आपको शेयर ऑलट हुआ है कि नहीं, सबसे पहले NSE की ऑफिशियल वेबसाइट https://www.nseindia.com/ पर क्लिक करें. फिर यहां, पेज परह ‘equity’ का विकल्प दिया गया है. इसे सेलेक्ट करें और ड्रॉपडाउन में ‘Netweb Tech IPO’ को चुने. एक नया पेज खुलेगा. इस पेज पर अपना एप्लीकेशन नंबर डाले और PAN कार्ड नंबर भरें. कैप्चा या I Am Not A Robert पर क्लिक करें. इसके बाद फिर सबमिट बटन पर क्लिक करें. अब Netweb Tech IPO शेयर अलॉटमेंट का स्टेट्स खुल जाएगा. यहां आईपीओ के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी.
71 प्रतिशत तक मिल सकता है रिटर्न
हाई-एंड कंप्यूटिंग सॉल्यूशन प्रोवाइडर कंपनी नेटवेब टेक्नोलॉजी इंडिया निवेश के लिए एक बेहतरीन कंपनी मानी जा रही है. बताया जा रहा है कि कंपनी के IPO खुलने से पहले ही इसके शेयर बाजार में 71.60 प्रतिशत यानी 358 रुपये प्रति शेयर के प्रीमियम पर पहुंच गया है. ग्रे मार्केट प्राइस (GMP) के हिसाब से देखें तो अपर प्राइस बैंड ₹500 के लिहाज से इसकी लिस्टिंग (500+358 =858) ₹858 के प्रीमियम के साथ हो सकती है. बेहतर बात ये है कि कंपनी में छोटे निवेशक भी अपना भाग्य आजमा सकते हैं. इससे उन्हें कम निवेश पर बेहतर रिटर्न का मौका मिल सकता है. जानकार बताते हैं कि ग्रे मार्केट प्राइस को ध्यान में रखते हुए किसी भी आईपीओ में निवेश करना सुरक्षित होता है. कई निवेशकों ने इस आईपीओ में निवेश करने की सलाह दी है.
नेट वेब टेक्नोलॉजीज के आईपीओ को अंतिम दिन मिले 90.36 गुना अभिदान
सर्वर बनाने वाली घरेलू कंपनी नेट वेब टेक्नोलॉजीज के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को पिछली बुधवार को निर्गम के लिये आवेदन देने के अंतिम दिन 90.36 गुना अभिदान मिले. एनएसई के आकंड़ों के अनुसार, 631 करोड़ रुपये के आईपीओ में 88,58,630 शेयरों की पेशकश पर 80,04,52,380 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं. पात्र संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) की श्रेणी में 2.66 गुना अभिदान, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों की श्रेणी को 81.81 गुना अभिदान मिला। खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (आरआईआई) की श्रेणी में 19.15 गुना अभिदान मिला. आईपीओ के तहत 206 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए हैं. इसमें 85 लाख शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) भी शामिल है. आईपीओ के लिये मूल्य दायरा 475 से 500 रुपये प्रति शेयर है. नेट वेब टेक्नोलॉजीज ने एंकर निवेशकों से 189 करोड़ रुपये जुटाए थे.
क्या होता है आईपीओ
आईपीओ का मतलब आरंभिक सार्वजनिक पेशकश है. यह वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से एक निजी कंपनी पहली बार जनता को अपने शेयर पेश करती है और सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी बन जाती है. जब कोई कंपनी सार्वजनिक होती है, तो इसका मतलब है कि वह पूंजी के बदले आम जनता को कंपनी में स्वामित्व हिस्सेदारी (शेयर) की पेशकश कर रही है.
कैसे काम करती है है आईपीओ
सार्वजनिक होने का निर्णय
एक निजी कंपनी, जिसे निजी निवेशकों और उद्यम पूंजी द्वारा वित्त पोषित किया गया है, जनता से अतिरिक्त पूंजी जुटाने का निर्णय लेती है. सार्वजनिक होने से कंपनी को विस्तार, विकास, ऋण चुकौती या अन्य व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए पर्याप्त धन जुटाने में मदद मिल सकती है.
अंडरराइटर्स को नियुक्त करना
कंपनी आईपीओ के लिए अंडरराइटर्स के रूप में कार्य करने के लिए निवेश बैंकों या वित्तीय संस्थानों को नियुक्त करती है. हामीदार कंपनी को पेशकश मूल्य, बेचे जाने वाले शेयरों की मात्रा और आईपीओ का समय निर्धारित करने में मदद करते हैं.
प्रॉस्पेक्टस तैयार करना
कंपनी एक प्रॉस्पेक्टस तैयार करती है, जो एक कानूनी दस्तावेज है जिसमें कंपनी, उसके वित्तीय, व्यवसाय संचालन, जोखिम और आईपीओ के उद्देश्य के बारे में विस्तृत जानकारी होती है.
विनियामक अनुमोदन
कंपनी समीक्षा और अनुमोदन के लिए प्रासंगिक प्रतिभूति नियामक (उदाहरण के लिए, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड – भारत में सेबी या संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रतिभूति और विनिमय आयोग – एसईसी) के पास प्रॉस्पेक्टस दाखिल करती है.
मूल्य निर्धारण और आवंटन
निवेशक की मांग और बाजार की स्थितियों के आधार पर, शेयरों की अंतिम पेशकश कीमत निर्धारित की जाती है. फिर शेयर संस्थागत और खुदरा निवेशकों को आवंटित किए जाते हैं.
स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग
एक बार आईपीओ पूरा हो जाने के बाद, कंपनी के शेयर एक या अधिक स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध हो जाते हैं, और वे द्वितीयक बाजार में व्यापार योग्य हो जाते हैं. निवेशक इन शेयरों को एक्सचेंज पर खरीद और बेच सकते हैं.
आईपीओ के बाद अनुपालन
सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी के रूप में, कंपनी को समय-समय पर वित्तीय रिपोर्टिंग, भौतिक घटनाओं का खुलासा और कॉर्पोरेट प्रशासन मानदंडों सहित विभिन्न नियामक आवश्यकताओं का पालन करना होगा.
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