New Wage Rule : वित्तीय वर्ष 2021 की शुरुआत के साथ ही नये वेतनमान का नियम (New Wage Rule ) प्राइवेट सेक्टर में लागू हो जायेगा. नया वेतनमान लागू होते ही कर्मचारियों की इनहैंड सैलरी घट जायेगी.
चौंकिए नहीं यह सच है. अगर वित्तीय वर्ष 2021 की शुरुआत के साथ यानी अप्रैल महीने से नया वेतनमान लागू होता है, तो कर्मचारियों की इनहैंड सैलरी यानी जो सैलरी उनके बैंक खातों में आती है, वह कम हो जायेगी. इसका कारण यह है कि नये वेतनमान में कंपनेसशन का नया प्रावधान है, जिसके कारण प्रोविडेंट फंड और ग्रेच्युटी पर भी असर पड़ेगा.
आइए हम आपको बताते हैं कि नया वेतनमान लागू हुआ तो क्या होगा आप पर असर:-
-नये वेतनमान के अनुसार किसी भी कर्मचारी को मिलने वाला भत्ता उसकी बेसिक सैलरी के 50 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकता है. यानी कि अगर नया वेतनमान लागू हुआ तो बेसिक सैलरी को 50 फीसदी या उससे भी अधिक रखना होगा.
-नये वेतनमान के कारण आयेगा सैलरी स्ट्रक्चर में बड़ा चेंज
-नये वेतनमान के अनुसार आपकी बेसिक सैलरी बढ़ेगी जिसका फायदा और पीएफ और गेच्युटी में दिखेगा, यानी कि आपको रिटायरमेंट के बाद फायदा होगा, क्योंकि ग्रेच्युटी का निर्धारण बेसिक सैलरी के हिसाब से होता है. यानी कि अगर आपकी बेसिक सैलरी ज्यादा होगी तो ग्रेच्युटी भी ज्यादा मिलेगा.
-नये वेतनमान के अनुसार कर्मचारी और कंपनी दोनों का पीएफ में योगदान बढ़ जायेगा.
-चूंकि कंपनियां अपने कर्मचारियों को भत्ते अधिक देती हैं और बेसिक सैलरी कम, लेकिन अब उन्हें बेसिक सैलरी बढ़ानी पड़ेगी जिसका असर भत्तों पर पड़ेगा और निश्चित तौर आपकी इनहैंड सैलरी पर भी.
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Posted By : Rajneesh Anand
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