दुनिया भर में आर्थिक राहत पैकेज की खबर से एशियाई बाजारों में तेजी का रुख
अर्थव्यवस्थाओं के आर्थिक राहत पैकेज देने की खबरों के चलते बुधवार को एशियाई बाजारों में तेजी का रुख देखा गया
कोरोना वायरस की महामारी के कारण दुनिया भर के देश आर्थिक मंदी से जूझ रहे हैं. इसका उदाहरण है फ्रांस जो हाल ही में इस कोरोना वायरस के संक्रमण से अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे असर को कम करने के लिये 45 अरब यूरो के राहत पैकेज की मंगलवार को घोषणा की.
इस संक्रामक बीमारी के प्रकोप के चलते अमेरिका सहित दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के आर्थिक राहत पैकेज देने की खबरों के चलते बुधवार को एशियाई बाजारों में तेजी का रुख देखा गया.
खबर है कि अमेरिका 1,000 अरब डॉलर से अधिक के भारी भरकम राहत पैकेज का ऐलान कर सकता है. इस महामारी के चलते दुनिया के सभी देशों ने अपनी सीमाओं को बंद कर दिया है और ऐसी आशंका जताई जा रही है कि विश्व आर्थिक मंदी की चपेट में आने वाला है.
कारोबारी मांग पर बेहद नकारात्मक असर पड़ने के चलते उद्योग जगत सरकारों से राहत की मांग कर रहे हैं. ऐसे में मंगलवार को अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन ने कहा कि सरकार एक राहत पैकेज तैयार कर रही है, जो 1,000 अरब डॉलर तक का हो सकता है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में मीडिया से कहा, “हम नहीं चाहते कि लोगों की नौकरी छूटे और उनके पास गुजारे के लिए पैसे न हों.” विभिन्न सरकारों द्वारा राहत पैकेज देने की खबर के कारण एशियाई बाजार तेजी के साथ खुले.
टोक्यो में सुबह 1.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि सिंगापुर और वेलिंगटन में दो प्रतिशत से अधिक की तेजी देखने को मिली. शंघाई में 0.8 प्रतिशत और हांगकांग में 0.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई. दूसरी ओर सिडनी पांच प्रतिशत से अधिक और जकार्ता तीन प्रतिशत तक गिरा. ताइपे और सियोल में भी मंदी देखने को मिली.
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