डिजिटल रुपये को जारी करने को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज कहा कि रिजर्व बैंक के साथ बातचीत जारी है और इस बारे में कोई फैसला लेने के लिए मंथन चल रहा है. गौरतलब है कि निर्मला सीतारमण ने वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट जारी करते हुए कहा था कि नये वित्तीय वर्ष में रिजर्व बैंक डिजिटल रुपया जारी करेगा. सरकार ने एक अप्रैल से अन्य डिजिटल करेंसी से प्राप्त लाभ पर 30 प्रतिशत टैक्स लगाने का ऐलान किया है.
रिजर्व बैंक के केंद्रीय बोर्ड के निदेशकों की बैठक के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आरबीआई और सरकार डिजिटल मुद्रा को लेकर एक साथ हैं. बातचीत जारी है. वहीं रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कई अन्य मुद्दों की तरह इस मुद्दे पर भी केंद्रीय बैंक और सरकार के बीच आंतरिक रूप से बातचीत चल रही है. उन्होंने कहा कि इस बारे में जो भी बिंदु हैं उनपर हमने सरकार के साथ चर्चा की है.
सीबीडीसी हालांकि, डिजिटल मुद्रा है लेकिन इसकी तुलना अन्य निजी डिजिटल मुद्राओं या हाल के दशक में तेजी से पैर पसारने वाली क्रिप्टोकरेंसी से नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा यह पैसा नहीं है निश्चित रूप से करेंसी तो नहीं है.
पिछले सप्ताह शक्तिकांत दास ने कहा था कि केंद्रीय बैंक जल्दबाजी में नहीं है और वह सीबीडीसी से संबंधित सभी पहलुओं की समीक्षा कर रहा है. रिजर्व बैंक की पिछले साल दिसंबर में जारी भारत में बैंकिंग का रुझान और प्रगति रिपोर्ट में कहा गया था कि सीबीडीसी के वृहद आर्थिक नीति निर्माण पर प्रभाव को देखते हुए शुरुआत में मूल मॉडल अपनाने की जरूरत है.
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