अब बिना इंटरनेट के भी कार्ड और मोबाइल के जरिये किया जा सकेगा डिजिटल ट्रांजेक्शन

रिजर्व बैंक ने गुरुवार को पायलट आधार पर ‘ऑफलाइन' यानी बिना इंटरनेट के कार्ड और मोबाइल के जरिये खुदरा भुगतान योजना का ऐलान किया है. केंद्रीय बैंक की इस पहल का मकसद उन जगहों पर भी डिजिटल लेन-देन के लिए ग्राहकों को प्रोत्साहित करना है, जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी कमी है. रिजर्व बैंक ने ‘विकासात्मक और नियामकीय नीतियों पर बयान' में कहा, ‘केंद्रीय बैंक इकाइयों को ‘ऑफलाइन भुगतान समाधान विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करता रहा है.

By Agency | August 6, 2020 6:41 PM

मुंबई : रिजर्व बैंक ने गुरुवार को पायलट आधार पर ‘ऑफलाइन’ यानी बिना इंटरनेट के कार्ड और मोबाइल के जरिये खुदरा भुगतान योजना का ऐलान किया है. केंद्रीय बैंक की इस पहल का मकसद उन जगहों पर भी डिजिटल लेन-देन के लिए ग्राहकों को प्रोत्साहित करना है, जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी कमी है. रिजर्व बैंक ने ‘विकासात्मक और नियामकीय नीतियों पर बयान’ में कहा, ‘केंद्रीय बैंक इकाइयों को ‘ऑफलाइन भुगतान समाधान विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करता रहा है.

बयान में कहा गया है कि पायलट योजना के तहत यूजर्स के हितों और देनदारी सुरक्षा आदि का ध्यान रखते हुए ‘ऑफलाइन’ माध्यम से अंतर्निहित सुविधाओं के साथ छोटी राशि के भुगतान की अनुमति देने का प्रस्ताव है. इसमें कहा गया है कि इस संदर्भ में जल्दी ही निर्देश जारी किये जाएंगे. केंद्रीय बैंक ने कहा कि पायलट योजना से प्राप्त अनुभव के आधार पर योजना लागू करने को लेकर विस्तृत दिशानिर्देश जारी किये जाएंगे.

आरबीआई ने कहा, ‘खासकर दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट का अभाव या उसकी कम स्पीड डिजिटल भुगतान के रास्ते में बड़ी बाधा है. इसको देखते हुए कार्ड, वॉलेट और मोबाइल उपकरणों के माध्यम से ऑफलाइन भुगतान का विकल्प उपलब्ध कराया जा रहा है. उम्मीद है कि इससे डिजिटल भुगतान को और बढ़ावा मिलेगा.

Also Read: RBI gold loan new policy : गोल्ड ज्वेलरी पर अब 90 फीसदी तक मिलेगा लोन, कोरोना संकट में लाखों लोगों को होगा फायदा

केंद्रीय बैंक ने यह भी कहा कि ‘पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर’ (पीएसओ) को ऑनलाइन विवाद समाधान (ओडीआर) लागू करना होगा. डिजिटल लेनदेन बढ़ने के साथ विवाद और शिकायतें भी बढ़ी हैं. शिकायतों के समाधान की यह व्यवस्था नियम आधारित और पारदर्शी होगी. इसमें मानवीय हस्तक्षेप नहीं होगा या अगर होगा भी तो बहुत कम. इस पहल का मकसद विवादों और शिकायतों का समय पर और प्रभावी तरीके से निपटान करना है.

Also Read: RBI ने उद्योगपतियों को दी बड़ी राहत, कोरोना संकट से उबारने के लिए कंपनियों के ऋण पुनर्गठन का किया ऐलान

Posted By : Vishwat Sen

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version