नई दिल्ली : पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों ने महंगाई को हाईस्पीड बुलेट ट्रेन से भी अधिक रफ्तार से बढ़ा दिया है. आम आदमी रोजमर्रा की आवश्यक चीजों के दाम बढ़ने से कराह रहा है. लोगों का आना-जाना, खाना-पीना, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, बीमार और बुजुर्गों की दवाई सबकुछ सुरसा के मुंह जैसा महंगा हो गया है. महंगाई के इस दौर में भारत के शहरी इलाकों में कैब एवं टैक्सी सेवा मुहैया कराने वाली दो कंपनी ओला और उबर ने भी किराए में बढ़ोतरी करने का ऐलान कर दिया है. इन दोनों कंपनियों के इस कदम से कई शहरों के लोगों को सफर करना काफी महंगा पड़ रहा है.
अंग्रेजी के अखबार इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, उबर इंडिया एंड साउथ एशिया के हेड ऑफ सेंट्रल ऑपरेशंस नीतीश भूषण ने कहा कि हम ड्राइवर्स के फीडबैक को सुनते हैं और समझते हैं कि तेल की कीमतों में अभी आ रही तेजी से उन्हें दिक्कतें हो रही हैं. तेल की कीमतों में आई तेजी से ड्राइवर्स को हो रहा नुकसान कम करने के लिए उबर ने दिल्ली-एनसीआर और कोलकाता में किराया 12 फीसदी बढ़ाने का फैसला किया है. इसी तरह मुंबई और हैदराबाद में किराया 15 फीसदी बढ़ाया गया है.
नीतीश भूषण ने कहा कि आने वाले समय में कंपनी तेल की कीमतों के ट्रेंड पर नजर रखेगी और उसी के हिसाब से फैसला करेगी. मामले से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि किराये में यह बढ़ोतरी सिर्फ कार कैटेगरी के लिए है. ऑटो रिक्शा के किराये में कोई बदलाव नहीं किया गया है, क्योंकि इस बारे में राज्य सरकारें अलग से फैसला लेती हैं.
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वहीं, कैब एवं टैक्सी सेवा प्रदान करने वाली कंपनी ओला ने भी प्रमुख शहरों में किराया बढ़ाने का फैसला किया है. इस कंपनी ने हैदराबाद के अपने ड्राइवरों को ईमेल भेजकर इसकी जानकारी दी है. ईमेल में कहा गया है कि ओला के मिनी और प्राइम कैटेगरी के लिए किराया 16 फीसदी बढ़ाया गया है. दोनों कंपनियों ने ऐसे समय किराया बढ़ाने का फैसला किया है, जब दोनों के ड्राइवर एक दिन पहले ही दिल्ली में हड़ताल पर चले गए थे. ड्राइवर किराया बढ़ाने की मांग कर रहे थे.
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