One Nation One Pension: बुजुर्गों को बड़ी राहत, अब किसी भी ब्रांच से निकाल सकेंगे पेंशन का पैसा

One Nation One Pension: नए साल 2025 में बुजुर्गों और पेंशनधारकों के लिए यह पहल उनके जीवन को सरल बनाने के साथ-साथ डिजिटल और बैंकिंग क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगी. पेंशन निकालने की नई सुविधा और यूपीआई में किए गए बदलाव न केवल बुजुर्गों के लिए राहत भरे हैं, बल्कि यह डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है.

By KumarVishwat Sen | January 1, 2025 3:38 PM

One Nation One Pension: नए साल 2025 की शुरुआत बुजुर्गों और पेंशनधारकों के लिए बड़ी राहत भरी खबर लेकर आई है. सरकार और वित्तीय संस्थानों ने पेंशन निकालने और डिजिटल भुगतान प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं. अब पेंशनधारक अपनी पेंशन के पैसे देश के किसी भी बैंक शाखा से निकाल सकेंगे. इसके साथ ही यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) में भी महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, जो डिजिटल लेनदेन को और आसान बनाएंगे. पेंशनधारकों को यह सुविधा सरकार की नई पहल वन नेशन वन पेंशन के तहत उपलब्ध कराई जा रही है.

पेंशन के पैसे निकालना हुआ आसान

पेंशनधारकों के लिए बड़ी राहत यह है कि अब उन्हें अपनी पेंशन निकालने के लिए उस बैंक शाखा में जाने की बाध्यता नहीं होगी, जहां उनका खाता है। नई नीति के अनुसार, किसी भी बैंक शाखा से पेंशन निकासी की सुविधा दी जाएगी।

वन-नेशन, वन-पेंशन सुविधा:

सरकार की यह पहल “वन-नेशन, वन-पेंशन” के तहत शुरू की गई है, जिसमें देश भर की सभी शाखाओं को एकीकृत किया गया है. इससे बुजुर्गों को लंबी दूरी तय करने की समस्या से मुक्ति मिलेगी. पेंशन निकालने के लिए आधार-आधारित बायोमेट्रिक सत्यापन या मोबाइल ओटीपी की सुविधा दी गई है. इससे फर्जी लेनदेन रोकने में मदद मिलेगी.

यूपीआई में बड़े बदलाव

डिजिटल भुगतान को और सुलभ बनाने के लिए यूपीआई में भी कुछ बदलाव किए गए हैं, जो बुजुर्गों और तकनीकी रूप से कम सक्षम लोगों के लिए उपयोगी साबित होंगे. यूपीआई लेनदेन अब आधार कार्ड से सीधे लिंक किया जा सकता है. इससे जिन लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं हैं, वे भी आसानी से लेन-देन कर सकते हैं. इंटरनेट कनेक्शन न होने पर भी यूपीआई भुगतान की सुविधा अब उपलब्ध होगी. यह बदलाव ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में बुजुर्गों के लिए लाभदायक होगा. यूपीआई के माध्यम से लेनदेन की सीमा को बढ़ाकर 2 लाख रुपये तक कर दिया गया है, जिससे बड़े भुगतान करना अधिक सुविधाजनक हो गया है.

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बुजुर्गों और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए बड़ा कदम

यह पहल विशेष रूप से बुजुर्गों और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए फायदेमंद होगी, जो बैंकिंग और डिजिटल भुगतान तक सीमित पहुंच का सामना करते हैं. अब, उन्हें बैंक शाखाओं में लंबी कतारों में खड़े होने की आवश्यकता नहीं होगी. यूपीआई के नए फीचर्स डिजिटल समावेशन को बढ़ावा देंगे और वित्तीय लेनदेन को सुगम बनाएंगे.

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