Onion Price Hike: प्याज की कीमतों में अचानक आयी तेजी से खुदरा महंगाई और खाद्य महंगाई दर सीधे रुप से प्रभावित हो रही है. इससे केंद्र सरकार की परेशानी बढ़ गयी है. चुनावी साल में सरकार रिस्क उठाने से बच रही है. ऐसे में आमलोगों को सस्ता प्याज उपलब्ध कराने की हर स्तर पर कोशिश की जा रही है. इसके लिए केंद्र सरकार ने अपना बफर स्टॉक खोल दिया है. अब केंद्र ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में मदर डेयरी के सफल बिक्री केंद्र पर 25 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज मिलेगा. प्याज की बढ़ती कीमतों से उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए यह कदम उठाया गया है. हैदराबाद कृषि सहकारी संघ तेलंगाना और अन्य दक्षिणी राज्यों में ऐसी ही पहल संचालित कर रहा है. सहकारी निकाय एनसीसीएफ और नेफेड पहले ही केंद्र सरकार की ओर से रियायती दर पर बफर प्याज की खुदरा बिक्री कर रहे हैं. नेफेड ने अब तक 21 राज्यों के 55 शहरों में मोबाइल वैन और स्टेशन आउटलेट सहित 329 खुदरा केंद्र स्थापित किए हैं. दूसरी ओर एनसीसीएफ ने 20 राज्यों के 54 शहरों में 457 खुदरा केंद्र स्थापित किए हैं. केंद्रीय भंडार ने भी तीन नवंबर से दिल्ली-एनसीआर में अपने आउटलेट से प्याज की खुदरा आपूर्ति शुरू कर दी है.
सरकार बनाया था पांच लाख टन प्याज का बफर स्टॉक
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सफल मदर डेयरी में इस सप्ताहांत से बफर प्याज की बिक्री शुरू होगी. तेलंगाना और अन्य दक्षिणी राज्यों में उपभोक्ताओं को प्याज की खुदरा बिक्री हैदराबाद कृषि सहकारी संघ (एचएसीए) कर रही है. मंत्रालय ने खरीफ फसल की आवक में देरी के कारण प्याज की कीमतों में हालिया वृद्धि से उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए बफर स्टॉक से प्याज की खुदरा बिक्री शुरू की है. केंद्र सरकार ने चालू वर्ष के लिए पांच लाख टन प्याज का बफर स्टॉक बनाए रखा है और अतिरिक्त दो लाख टन का बफर बनाने की योजना है. सरकार के इन कदमों से प्याज की थोक कीमतों में गिरावट का रुख दिख रहा है, लेकिन खुदरा बाजारों में इसका असर दिखने में समय लग रहा है. मंत्रालय ने कहा कि खुदरा कीमतों में आने वाले सप्ताह में इसी तरह की गिरावट की उम्मीद है. इसके अलावा सरकार ने आम घरों में दाल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए 60 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती कीमत पर ‘भारत दाल’ पेश की है. भारत दाल को नेफेड, एनसीसीएफ, केंद्रीय भंडार, सफल और तेलंगाना तथा महाराष्ट्र में राज्य नियंत्रित सहकारी समितियों के जरिए उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराया जा रहा है.
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एनसीसीएफ अन्य राज्यों में भी 25 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर बेचेगा प्याज
सहकारी संस्थान एनसीसीएफ ने शुक्रवार को कहा कि वह दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के अलावा, बाकी राज्यों में भी प्याज की खुदरा बिक्री 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर करेगा. इस पहल का मकसद उपभोक्ताओं को प्याज की ऊंची कीमतों से राहत दिलाना है. केंद्र सरकार की ओर से, भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) ने नौ सितंबर से दिल्ली और उसके आसपास 100 विभिन्न स्थानों पर रियायती दर पर प्याज की खुदरा बिक्री शुरू की. एनसीसीएफ ने एक बयान में कहा कि दिल्ली-एनसीआर के अलावा, हमने जम्मू-कश्मीर से लेकर केरल तक सभी राज्यों में अपना प्याज बिक्री दायरा बढ़ा दिया है. सहकारी संस्थान ने पिछले दो सप्ताह से श्रीनगर, जयपुर, वाराणसी और दिल्ली-एनसीआर में पेटीएम, मैजिकपिन और मायस्टोर के माध्यम से ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑनलाइन प्याज बेच रहा है. इसमें कहा गया है कि अब तक 416 वैन चल रही हैं और खुदरा बाजारों में 2,219.61 टन प्याज बेचे जा चुके हैं.
80 रुपये किलो तक पहुंच गए थे दाम
नई फसल की आवक में देरी और व्यापारियों द्वारा पुरानी फसल की जमाखोरी के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में पिछले दो सप्ताह में प्याज की खुदरा कीमत 80 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है. एनसीसीएफ चालू वर्ष के लिए सरकार के 5 लाख टन के बफर स्टॉक से प्याज बेच रहा है. प्याज की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत शुक्रवार को 59.56 रुपये प्रति किलोग्राम थी. इसमें अधिकतम दर 88 रुपये प्रति किलो और न्यूनतम दर 18 रुपये प्रति किलो थी. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमत 75 रुपये प्रति किलोग्राम थी. सरकार ने हाल ही में घरेलू उपलब्धता में सुधार लाने और कीमत वृद्धि पर अंकुश लगाने के लिए दिसंबर के अंत तक के लिए प्याज पर न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) निर्धारित किया है.
(भाषा इनपुट के साथ)
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