कोरोना के बाद Lockdown में इतनी महंगी नहीं थीं सब्जियां जितनी अब Unlock 4 में हैं, मोदी सरकार ने उठाया पहला कदम
Onion Price : देश भर में कोरोना संकट (Corona crisis ) को लेकर लगाये गये लॉकडाउन (lockdown) के दौरान सब्जियों के दाम (Surge in vegetable price) कम थे, पर जैसे ही लॉकडाउन खत्म हुआ, बाजार पूरी तरह खुले सब्जियों के दाम आसमान छूने लगें हैं. ल़ॉकडाउन के दौरान दिल्ली में टमाटर की कीमत 20-30 रुपये प्रति किलो थी वहीं अब 70-80 रुपये बिक रहा है. भिंडी 20-30 रुपये किलो थी वही अब 50 रुपये बिक रहा है. इस तरह लगभग सभी सब्जियों के दाम दो से तीन गुना बढ़ गये हैं.
Onion Price : देश भर में कोरोना संकट (Corona crisis ) को लेकर लगाये गये लॉकडाउन (lockdown) के दौरान सब्जियों के दाम (Surge in vegetable price) कम थे, पर जैसे ही लॉकडाउन खत्म हुआ, बाजार पूरी तरह खुले सब्जियों के दाम आसमान छूने लगें हैं. ल़ॉकडाउन के दौरान दिल्ली में टमाटर की कीमत 20-30 रुपये प्रति किलो थी वहीं अब 70-80 रुपये बिक रहा है. भिंडी 20-30 रुपये किलो थी वही अब 50 रुपये बिक रहा है. इस तरह लगभग सभी सब्जियों के दाम दो से तीन गुना बढ़ गये हैं.
दरअसल बेताहाशा बारिश के कारण सब्जियों को नुकसान पहुंचा है, डीजल के दामों में बढ़ोतरी के कारण माल ढुलाई की कीमत बढ़ गयी है. इसका सीधा असर लोगों की जेब पर पड़ा है. हालांकि खाने के सामान की खुदरा महंगाई दर अगस्त 2020 में मामूली रूप से घटकर 6.69 फीसदी रही. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के मुताबिक ने यह आंकड़े जारी किये हैं. हालांकि खाद्य मुद्रास्फीति अभी भी ऊंची बनी हुई है. सरकार ने जुलाई माह के लिए खुदरा महंगाई के आंकड़े को संशोधित कर 6.73 फीसदी किया था, जो कि पहले 6.93 फीसदी था.
इस बीच प्याज की कीमत कम करने के लिए मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने सभी किस्मों के प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है. सरकार ने यह फैसला घरेलु बाजार में प्याज की सप्लाई बढ़ाने के लिये लिया है ताकि घरेलु बाजार में प्याज के दाम नियंत्रण में रहे. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना का मुताबिक फोरेन ट्रेड पॉलिसी में संशोधित नियमों के तहत प्याज कि निर्यात पॉलिसी में बदलाव किया है. इसके तहत प्याज देश से प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इस सूची में बेंगालुरू की कृष्णापुरम प्याज की वेरायटी भी शामिल है.
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बता दें कि जून के मुकाबले सितंबर में फूलगोभी की दाम में तीन गुना वृद्धि हुई है. रांची के बाजार की बात करें तो कोई भी सब्जी बाजार में 30 रूपये से कम में नहीं बिक रही है. आलू 30 से 35 रूपये किलो हो गयी है. प्याज 35 रुपये किलो बिक रहा है. जानकार बताते हैं कि अब रेस्टोरेंट खुल गये हैं इसके कारण सब्जियों की खपत बढ़ी. महंगाई की मार खाद्य वस्तुओं पर सबसे ज्यादा पड़ी है, इसके कारण आलू प्याज और दूसरे सब्जियों के दामों में बेताहाशा वृद्धि हुई है.
दरअसल लॉकडाउन के वाहन नहीं चल रहे थे इसलिए बाजार तक सब्जियों की सप्लाई नहीं हो पा रही थी इसलिए स्थानीय बाजारों में सब्जियों की आवक ज्यादा हो गया थी इस कारण से लॉकडाउन के दौरान सब्जियां सस्ती थी. झारखंड के बाजारों की बात करें तो यहां सब्जियां सस्ती मिल रही थी. पर लॉकडाउन खत्म होते की अब सब्जियों के दाम बढ़ गये हैं.
Posted By: Pawan Singh
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