Pakistan Share Market: चुनाव नतीजों से टूटा पाकिस्तानी शेयर बाजार, कराची स्टॉक एक्सचेंज 1700 अंक गिरा

Pakistan Share Market: टॉपलाइन सिक्योरिटीज के हम्माद जफर ने बताया कि कोई नहीं जानता कि क्या होने वाला है और अगली सरकार कौन बनाएगा, इसलिए यह समझ में आता है कि निवेशक आज कैसे प्रतिक्रिया दे रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 9, 2024 3:26 PM
an image

Pakistan Share Market: पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क KSE-100 इंडेक्स आज टूटकर पाताल में पहुंच गया है. इसके बाद, शेयर बाजार में हाहाकार मच गया. बताया जा रहा है कि आम चुनाव के नतीजों पर भ्रम की स्थिति के कारण स्टॉक एक्सचेंज में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. टॉपलाइन सिक्योरिटीज के हम्माद जफर ने बताया कि कोई नहीं जानता कि क्या होने वाला है और अगली सरकार कौन बनाएगा, इसलिए यह समझ में आता है कि निवेशक आज कैसे प्रतिक्रिया दे रहे हैं. पीएसएक्स वेबसाइट ने कहा कि कारोबार शुरू होने के तुरंत बाद सूचकांक 2,278 अंक गिर गया. इसके बाद यह थोड़ा संभला और दोपहर तक 1,720.27 अंक या 2.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 64,143.87 के पिछले बंद स्तर से 62,423.60 अंक पर पहुंच गया.

Also Read: Share Market: शेयर बाजार की सुस्त चाल, सेंसेक्स 71,522 के पास, निफ्टी 21,773 के पार

क्या है चुनाव परिणाम

पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने धांधली और छिटपुट हिंसा के आरोपों के बीच बृहस्पतिवार को हुए मतदान के समाप्त होने के 10 घंटे से अधिक समय बाद शुक्रवार देर रात चुनावी परिणाम की घोषणा शुरू की और इन नतीजों में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार आश्चर्यजनक रूप से अच्छा प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं. पाकिस्तान में मतगणना अभी जारी है. पाकिस्तान के अधिकारी बृहस्पतिवार को हुए चुनाव के बाद बेहद धीमी गति से मतगणना कर रहे हैं. अभी तक हुई गणना के अनुसार, चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य ठहराए गए और जेल में बंद इमरान खान की पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (पीटीआई) द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने आश्चर्यजनक रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जेल में हैं और उनके चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध है. इमरान खान (71) की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रत्याशी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं क्योंकि देश के उच्चतम न्यायालय ने उनकी पार्टी को उसके चुनाव चिह्न क्रिकेट का ‘बल्ला’ से वंचित करने के निर्वाचन आयोग के फैसले को बरकरार रखा है. मतदान बृहस्पतिवार शाम पांच बजे तक हुआ लेकिन ईसीपी ने पहले आधिकारिक परिणाम की घोषणा 10 घंटे बाद शुक्रवार देर रात तीन बजे की. इस देरी को लेकर कई लोगों ने चिंता व्यक्त की और नतीजों में हेरफेर किए जाने की आशंका जताई.

आयोग ने वेबसाइट पर नहीं डाला परिणाम

ईसीपी ने अब तक आधिकारिक तौर पर खैबर-पख्तूनख्वा (केपी) विधानसभा की केवल चार सीट के नतीजे घोषित किए हैं और इन सभी सीट पर पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. आयोग ने नेशनल असेंबली (एनए) या अन्य प्रांतों का एक भी परिणाम अपनी वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया है लेकिन निजी मीडिया चैनलों ने दिखाया कि पीटीआई समर्थित उम्मीदवार आगे हैं. एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार के अनुसार, पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने छह एनए सीट जीती हैं जबकि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने चार और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने तीन सीट जीती हैं. बीबीसी उर्दू ने बताया कि ‘पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों और पीएमएल-एन ने चार-चार सीट और पीपीपी ने तीन सीट जीतीं. ‘डॉन’ समाचार पत्र के अनुसार, पीएमएल-एन ने चार सीट पर जीत हासिल की है, जबकि पीटीआई समर्थित उम्मीदवारों को तीन और पीपीपी को दो सीट पर जीत मिली.

नवाज शरीफ चौथी बार बनेगें देश के प्रधानमंत्री

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी ‘पीटीआई’ के पक्ष में हुए ‘‘भारी’’ मतदान की बात को स्वीकार किया है, लेकिन उसे अब भी उम्मीद है कि उसके प्रमुख नवाज शरीफ को रिकॉर्ड चौथी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. शरीफ चुनाव जीतने के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे क्योंकि उन्हें शक्तिशाली सेना का समर्थन प्राप्त है. प्रारंभिक परिणामों के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री और पीएमएल-एन अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने लाहौर से एनए 123 सीट 63,953 मतों के साथ जीत ली है. इसी तरह, बलूचिस्तान नेशनल पार्टी के नेता अख्तर मेंगल ने नेशनल असेंबली निर्वाचन क्षेत्र एनए-261 सीट 3,404 वोट हासिल करके जीत ली.

(भाषा इनपुट के साथ)

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Exit mobile version