आईएमएफ का पैसा डकार जाएगा पाकिस्तान, नहीं बची कर्ज चुकाने की ताकत
आईएमएफ ने कहा है कि पाकिस्तान को कर्ज चुकाने में बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही वैश्विक वित्तीय निकाय ने नकदी की कमी से जूझ रहे देश की कर्ज चुकाने की क्षमता पर संदेह किया है.
इस्लामाबाद: चीन, अमेरिका, सऊदी अरब और खाड़ी के देशों से कर्ज लेकर अर्थव्यवस्था चलाने वाला पाकिस्तान अब आईएमएफ (अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष) का पैसा डकारने की फिराक में है. आर्थिक तौर पर कमजोर दुनिया के देशों को कर्ज मुहैया कराने वाली संस्था आईएमएफ को शक है कि पाकिस्तान उससे लिये गए कर्ज को नहीं चुकाएगा, क्योंकि अब उसके पास कर्ज चुकान की ताकत ही नहीं बची है.
पाकिस्तान पहुंचे आइएमएफ के अधिकारी
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा है कि पाकिस्तान को कर्ज चुकाने में बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही वैश्विक वित्तीय निकाय ने नकदी की कमी से जूझ रहे देश की कर्ज चुकाने की क्षमता पर संदेह किया है. पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के बारे में वाशिंगटन स्थित बैंक का आकलन ऐसे वक्त में आया है, जब आईएमएफ सहायता दल शुक्रवार को यहां अधिकारियों के साथ बातचीत करने के लिए पहुंचा है.
फिर से नया पैकेज मांग रहा है पाकिस्तान
इस्लामाबाद ने विस्तारित फंड सुविधा (ईएफएफ) के तहत नए राहत पैकेज का अनुरोध किया था. आईएमएफ का दल इस अनुरोध पर चर्चा के लिए आया है. जियो न्यूज ने इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान पर जारी अपनी स्टाफ रिपोर्ट में आईएमएफ के हवाले से कहा कि कर्ज चुकाने की पाकिस्तान की क्षमता गंभीर जोखिमों के अधीन है और यह नीतियों को लागू करने तथा समय पर बाहरी वित्तपोषण पर निर्भर है. रिपोर्ट में कहा गया है कि विशेष रूप से सुधारों को अपनाने में देरी, उच्च सार्वजनिक ऋण और सकल वित्त पोषण की जरूरतें और सामाजिक-राजनीतिक कारक – नीति कार्यान्वयन को खतरे में डाल सकते हैं.
सऊदी अरब के युवराज ने टाला पाकिस्तान दौरा
इस बीच, खबर यह है कि सऊदी अरब के युवराज (क्राउन प्रिंस) मुहम्मद बिन सलमान की बहुप्रतीक्षित पाकिस्तान यात्रा अज्ञात कारणों से टाल दिया है. जियो न्यूज की खबर के अनुसार, पहले उम्मीद थी कि वे 19 मई को दो दिवसीय दौरे पर इस्लामाबाद पहुंचेंगे. सऊदी अरब के युवराज की यात्रा अब विलंबित हो गई है. उनकी यात्रा नकदी की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए बहुत महत्व रखती थी. पाकिस्तान विभिन्न क्षेत्रों में सऊदी अरब से बड़ा निवेश आने की उम्मीद लगाए है.
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