Paytm: एक पैन कार्ड पर खोल दिया एक हजार अकाउंट, करोड़ों की लेन-देन, अब क्या होगा यहां जानें हर सवाल का जवाब

Paytm: आज फिर से पेटीएम के शेयरों में एक बार फिर से बड़ी गिरावट देखने को मिली है. स्टॉक में लोअर सर्किट लग गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2024 10:21 AM

Paytm: पेटीएम पेमेंट बैंक मामले में जांच से जुड़ी रोज नयी बातें सामने आ रही है. ऐसे में कंपनी की परेशानी बढ़ती जा रही है. आज फिर से पेटीएम के शेयरों में एक बार फिर से बड़ी गिरावट देखने को मिली है. स्टॉक में लोअर सर्किट लग गया है. हालांकि, स्थिति को संभालने के लिए NSE और BSE ने ट्रेडिंग लिमिट को कम कर दिया है. यानी अब केवल 10 प्रतिशत गिरने पर ही कंपनी के शेयर में लोअर सर्किट लग रहा है. दूसरी तरफ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि पेटीएम मामले की जांच ED कर सकती है, क्योंकि बैंक के द्वारा एक पैन कार्ड पर एक हजार से ज्यादा बैंक खाते खोल दिए गये, जिससे करोड़ों रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है. इससे मनी लॉड्रिंग (Money Laundering) की आशंका हो रही है. RBI और ऑडिटर्स दोनों द्वारा जांच में पाया गया कि पेटीएम बैंक नियमों का पालन नहीं कर रहा है.

Also Read: Paytm Share: पेटीएम निवेशकों के लिए जरूरी खबर! ‍BSE और NSE ने ट्रेडिंग को लेकर बदला नियम, तुरंत देखें अपडेट

क्या है पेटीएम पेमेंट्स बैंक का संकट?

आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड साधन, वॉलेट एवं फास्टैग में 29 फरवरी, 2024 के बाद जमा या टॉप-अप स्वीकार नहीं करने का निर्देश दिया है. आरबीआई ने इसके पहले 11 मार्च, 2022 को पीपीबीएल को तत्काल प्रभाव से नए ग्राहकों को जोड़ने से रोक दिया था. पेटीएम वॉलेट के ग्राहक तबतक इसका उपयोग कर सकते हैं, जबतक कि उनकी शेष राशि खत्म न हो जाए. वे 29 फरवरी के बाद इसमें राशि नहीं जोड़ सकेंगे. यदि आरबीआई नरम नहीं पड़ा, तो पेटीएम वॉलेट के लिए टॉप-अप बंद हो जाएगा और इसके माध्यम से लेनदेन नहीं किया जा सकेगा.

पेटीएम पेमेंट्स बैंक का मालिक कौन है?

पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) की सहयोगी इकाई है. वन97 कम्युनिकेशंस के पास पीपीबीएल की चुकता शेयर पूंजी (सीधे और अपनी सहायक कंपनी के माध्यम से) का 49 प्रतिशत हिस्सा है. बैंक में विजय शेखर शर्मा की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है.

ग्राहकों के लिए इसका क्या मतलब है?

पेटीएम वॉलेट उपयोगकर्ता 29 फरवरी तक लेनदेन जारी रख सकते हैं. हालांकि, 29 फरवरी के बाद वे अपनी मौजूदा शेष राशि का इस्तेमाल तबतक कर सकेंगे, जब तक कि यह खत्म न हो जाए. ग्राहक 29 फरवरी के बाद वॉलेट में कोई पैसा नहीं जोड़ पाएंगे.

उपयोगकर्ताओं के लिए विकल्प क्या हैं?

इस समय 20 से अधिक बैंक और गैर-बैंकिंग संस्थाएं वॉलेट सेवा देती हैं. इनमें मोबिक्विक, फोनपे, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, अमेजन पे प्रमुख हैं. इसी तरह एसबीआई, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, आईडीएफसी, एयरटेल पेमेंट्स बैंक जैसे 37 बैंक फास्टैग सेवा देते हैं. ग्राहक अपने बैंक के मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग या गूगल पे और फोनपे जैसे तीसरे पक्ष के ऐप से फास्टैग को रिचार्ज कर सकते हैं.

पेटीएम पेमेंट्स बैंक आरबीआई की नजर में क्यों आया?

बैंकिंग नियामक लगातार गड़बड़ी की ओर इशारा कर रहा था. सूत्रों के अनुसार, धन शोधन की चिंताओं और लोकप्रिय वॉलेट पेटीएम और इसकी कम चर्चित बैंकिंग इकाई के बीच सैकड़ों करोड़ रुपये के संदिग्ध लेनदेन के कारण भारतीय रिजर्व बैंक को विजय शेखर शर्मा की संस्थाओं पर शिकंजा कसना पड़ा.

कंपनी की क्या प्रतिक्रिया है?

पेटीएम प्रबंधन ने कहा है कि पीपीबीएल व्यवसाय जारी रखने के लिए आरबीआई के साथ चर्चा कर रहा है और उनके निर्देशों का पालन करने को तैयार है.

(भाषा इनपुट के साथ)

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version