Paytm Crisis: पेटीएम पर एक तरफ जांच का शिकंजा कसता जा रहा है. दूसरी तरफ, इसके लिए अच्छी खबर आ रही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वन 97 कम्युनिकेशंस – पेटीएम की मूल कंपनी – मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली एनबीएफसी और निजी क्षेत्र के ऋणदाता एचडीएफसी बैंक के साथ अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए बातचीत कर रही है. इसके बाद बीएसई पर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर का भाव दोपहर तीन बजे 14.50 प्रतिशत यानी 36.80 रुपये बढ़कर 290.60 रुपये पर पहुंच गया. हिंदू बिजनेस लाइन की रिपोर्ट के अनुसरा, एचडीएफसी बैंक और जियो फाइनेंशियल को पेटीएम के वॉलेट व्यवसाय का अधिग्रहण करने की दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक कहा जा रहा है कि पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा की टीम पिछले नवंबर से जियो फाइनेंशियल के साथ बातचीत चल रही है. लेकिन पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर आरबीआई के प्रतिबंध से ठीक पहले एचडीएफसी बैंक के साथ बातचीत शुरू हुई थी.
बेलआउट योजना के रुप में हो सकता है डील
रिपोर्ट के अनुसार, एक बड़ी बेलआउट योजना के हिस्से के रूप में, Jio पेटीएम पेमेंट्स बैंक का अधिग्रहण करने की पेशकश कर सकता है. जियो फाइनेंशियल के पास पहले से जियो पेमेंट्स बैंक है, जिसमें डिजिटल बचत खाते और बिल भुगतान लॉन्च करने के लिए दोबारा प्लेटफॉर्म तैयार किया है. बता दें कि इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेमेंट बैंक को ग्राहक खातों में किसी भी जमा या क्रेडिट को स्वीकार करने से रोक दिया है. इससे पेटीएम को अपने अस्तित्व पर संकट का सामना करना पड़ रहा है.
चिंता न करें कर्मचारी: विजय शेखर
पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम पेमेंट बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) के कर्मचारियों के साथ एक वर्चुअल बैठक के दौरान कहा कि उनके लिए चिंता की कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा कि किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी. विजय शेखर ने कहा कि आप पेटीएम परिवार का हिस्सा हैं, और चिंता की कोई बात नहीं है. कई बैंक हमारी मदद कर रहे हैं. हम चीजों के बारे में पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं. लेकिन हम जल्द ही सब कुछ पता लगा लेंगे. हम यह देखने के लिए आरबीआई से संपर्क करेंगे कि क्या किया जा सकता है. करीब 800 से 900 कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि एक बैंक के रूप में भुगतान यात्रा पर हमारा अधिक नियंत्रण था, लेकिन एक तीसरे पक्ष के ऐप के रूप में, लेनदेन की सफलता सुनिश्चित करना चुनौती होगी. उन्होंने कहा कि अब हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि हमारे उपयोगकर्ताओं को कोई असुविधा न हो. यह हमारे लिए बिजनेस मॉडल में बदलाव है.
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