Paytm Crisis: भारतीय फिनटेक कंपनी पेटीएम पेमेंट बैंक पर आये संकट के बादल के बीच, इसकी पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने बड़ा फैसला लिया है. पेटीएम और उसकी सहयोगी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड ने निर्भरता कम करने के लिए दोनों कंपनियों के बीच के विभिन्न समझौतों को रोकने पर सहमति जताई है. कंपनी ने कई इंटर कंपनी एग्रीमेंट को पूरी तरह से समाप्त कर दिया है. इसकी जानकारी, पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दिया है. साथ ही, कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी शेयर बाजार को भी दी है. आज सुबह 11 बजे पेटीएम की पैरेंट कंपनी का शेयर 4.18 प्रतिशत यानी 16.85 रुपये की तेजी के साथ 420.15 रुपये पर कारोबार कर रहा है.
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बोर्ड ऑफ डाइरेक्टर्स ने दी मंजूरी
स्टॉक मार्केट में पेटीएम की पैरेंट कंपनी ने बीएसई और एनएसई को बताया कि बोर्ड ऑफ डाइरेक्टर्स ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के साथ कई एग्रीमेंट के रद्द कर दिया है. वन97 कम्युनिकेशंस ने शेयर बाजार को दी गई सूचना में कहा कि कंपनी और उसकी सहयोगी इकाई पीपीबीएल ने पीपीबीएल के स्वतंत्र संचालन के प्रति अपने दृष्टिकोण को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए हैं. बीएसई फाइलिंग में कहा गया है कि निर्भरता कम करने की इस प्रक्रिया के तहत पेटीएम और पीपीबीएल ने पारस्परिक रूप से पेटीएम और उसके समूह संस्थाओं के साथ विभिन्न अंतर-कंपनी समझौतों को खत्म करने पर सहमति जताई है. इसके अलावा, पीपीबीएल के शेयरधारकों ने पीपीबीएल के बेहतर संचालन के लिए शेयरधारक समझौते (एसएचए) को सरल बनाने पर भी सहमति जताई है. पेटीएम ने पहले घोषणा की थी कि वह अन्य बैंकों के साथ नई साझेदारी पर हस्ताक्षर करेगी और अपने ग्राहकों एवं कारोबारियों को निर्बाध सेवाएं देने के लिए कदम उठाएगी. इसके साथ ही पेटीएम ने यह बात दोहराई कि पेटीएम ऐप, पेटीएम क्यूआर, पेटीएम साउंडबॉक्स और पेटीएम कार्ड मशीनें निर्बाध रूप से काम करती रहेंगी.
आरबीआई ने 15 मार्च से लगायी है रोक
पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) नियमों का अनुपालन न करने को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की सख्ती का सामना कर रही है. आरबीआई ने पीपीबीएल को 15 मार्च के बाद ग्राहक खातों, वॉलेट, फास्टैग और अन्य साधनों में नई जमा या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया है. आरबीआई ने पीपीबीएल को 29 फरवरी के बाद ग्राहक खातों, वॉलेट, फास्टैग और अन्य साधनों में नई जमा या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया था, जिसे बाद में इस समय सीमा को बढ़ाकर 15 मार्च तक कर दिया गया. मुश्किलों में फंसने के बाद पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने पीपीबीएल के अंशकालिक गैर-कार्यकारी चेयरमैन का पद छोड़ दिया है और निदेशक मंडल का भी पुनर्गठन किया गया है.
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