Paytm Will Work in March: पेटीएम पर आरबीआई के प्रतिबंध के बाद एक तरफ कंपनी के शेयर के भाव पाताल में जा रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ कंपनी के लाखों यूजर बड़ी परेशानी में है. बताया जा रहा है कि पेटीएम की मदद के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया हाथ बढ़ा सकता है. एसबीआई ने कहा कि वह पेटीएम के उन ग्राहकों की मदद करने के लिए तैयार है, जो भारतीय रिजर्व बैंक के आदेश के बाद एक मार्च से प्रभावित होंगे. आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड साधन, वॉलेट एवं फास्टैग में 29 फरवरी के बाद जमा या टॉप-अप स्वीकार नहीं करने का निर्देश दिया है.
सीधे आने की योजना नहीं: चेयरमैन
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि अगर आरबीआई पेमेंट बैंक का लाइसेंस रद्द करता है तो उसे बचाने के लिए सीधे आने की ‘हमारी कोई योजना नहीं है.’ खारा ने हालांकि यह जोड़ा कि अगर आरबीआई की ओर से कोई निर्देश मिलता है तो बैंक तैयार रहेगा. हालांकि, उन्होंने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया. यह पूछने पर कि क्या एसबीआई का फिनटेक फर्म के साथ कोई संबंध है, उन्होंने कहा कि यह निपटान से परे कुछ भी नहीं है. यह पूछने पर कि क्या बैंक उन लाखों पेटीएम ग्राहकों की मदद करने के लिए तैयार है, जो व्यापारी हैं, उन्होंने कहा कि बिल्कुल… हमारी सहायक कंपनी एसबीआई पेमेंट्स पहले ही इन व्यापारियों के संपर्क में है, और हम उन्हें किसी भी समय लेने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि हम उन्हें अपनी पीओएस मशीनें देने और उनके सामने आने वाली अन्य सभी भुगतान आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार हैं.
पेटीएम के 31 करोड़ ग्राहक परेशान
एक विश्लेषक के मुताबिक, पेटीएम पेमेंट्स बैंक के पास करीब 35 करोड़ ई-वॉलेट हैं. इनमें से लगभग 31 करोड़ निष्क्रिय हैं, जबकि केवल लगभग चार करोड़ ही बिना किसी शेष राशि या बहुत कम शेष के साथ सक्रिय होंगे. सूत्रों ने कहा कि असामान्य रूप से बड़ी संख्या में निष्क्रिय खातों का उपयोग फर्जी खातों के लिए में किए जाने की आशंका है. ऐसे में केवाईसी में बड़ी अनियमितताएं हुईं है, जिससे ग्राहकों, जमाकर्ताओं और वॉलेट धारकों को गंभीर जोखिम का सामना करना पड़ा. सूत्रों ने कहा कि बैंक द्वारा प्रस्तुत अनुपालन कई मौकों पर अधूरा और गलत पाया गया. आरबीआई के निर्देश के बाद वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड, जो पेटीएम ब्रांड का मालिक है, के शेयरों में पिछले दो दिनों में 40 फीसदी की गिरावट आई है.
(भाषा इनपुट के साथ)
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