Paytm Shares Sell Off: पेटीएम की लंबी अवधि की संभावनाओं के मद्देनजर निवेशक कंपनी के शेयर बेचने की जल्दबाजी में नहीं हैं. विश्लेषकों का कहना है कि आईपीओ से पहले के निवेशक, जिसमें बर्कशायर हैथवे, सॉफ्टबैंक, एलिवेशन कैपिटल और अलीबाबा शामिल हैं, शेयर बेचने की जल्दबाजी में नहीं लग रहे हैं.
पेटीएम के 86 प्रतिशत शेयरों की लॉक-इन अवधि मंगलवार को खत्म हो गई. अब इन शेयरों को बेचा जा सकता है, लेकिन शेयर पर इसका बेहद कम असर दिखा. प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के शोध निदेशक अविनाश गोरक्षकर ने पेटीएम के बारे में कहा, पेटीएम की लॉक-इन अवधि खत्म होने का शेयर की कीमत पर कोई असर नहीं दिखा, क्योंकि कंपनी के मजबूत प्रदर्शन में निवेशकों का भरोसा बना हुआ है.
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माना जा रहा है कि पेटीएम के आईपीओ से पहले के निवेशक, जैसे वॉरेन बफे (बर्कशायर हैथवे), सॉफ्टबैंक, एलिवेशन कैपिटल और अलीबाबा लंबी अवधि के निवेशक हैं. इक्विटी 99 एडवाइजर्स के सह-संस्थापक राहुल शर्मा ने कहा, विजय शेखर शर्मा की अगुवाई वाली डिजिटल कंपनी के प्रमुख निवेशक शेयर बेचने की जल्दी में नहीं हैं.
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