Penny Stocks: भारतीय शेयर बाजार में वित्त वर्ष 2023-24 में निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न मिला है. एक साल में निफ्टी ने 28.61 प्रतिशत और सेंसेक्स ने 24.85 प्रतिशत का जबरदस्त रिटर्न दिया है. स्टॉक मार्केट के तेजी के बीच, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के मिडकैप और स्मॉल कैप पर लिस्टेड मीडियम और स्मॉल कंपनियों के शेयरों ने निवेशकों को साल 2023-24 में करीब 62 प्रतिशत रिटर्न दिया है. मिडकैप और स्मॉलकैप के शेयरों के धांसू रिटर्न के कारण ही सेंसेक्स के परफॉरमेंस में वृद्धि हुई है. देश में मजबूत वृहद आर्थिक परिस्थितियों और विभिन्न कंपनियों के तिमाही नतीजे बेहतर रहने से निवेशकों का सेंटिमेंट बरकरार रहा. इससे बाजार में नया उत्साह देखने को मिला. बीएसई मिडकैप इंडेक्स वित्त वर्ष 2023-24 में 15,013.95 अंक यानी 62.38 प्रतिशत उछल गया. वहीं, स्मॉल-कैप इंडेक्स 16,068.99 अंक यानी 59.60 प्रतिशत बढा है. इसकी तुलना में, वित्त वर्ष 2023-24 में 30 शेयर वाले बीएसई सेंसेक्स ने 14,659.83 अंक या 24.85 प्रतिशत बढ़त हासिल की.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
हेज फंड हेडोनोवा में सीआईओ सुमन बनर्जी ने कहा कि निवेशकों की भावना में यह बदलाव भारत में मजबूत व्यापक आर्थिक स्थितियों से प्रेरित है, यह परंपरागत रूप से आर्थिक विस्तार की अवधि के दौरान छोटी कंपनियों के शेयरों में त्वरित वृद्धि को बढ़ावा देता है. व्यापक बाजार ने वित्त वर्ष 2023-24 में प्रभावशाली प्रदर्शन किया. 31 मार्च, 2023 को अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर 23,881.79 अंक पर फिसलने के बाद बीएसई मिडकैप सूचकांक आठ फरवरी को 40,282.49 के अपने स्तर पर पहुंच गया. बीएसई स्मॉल-कैप सूचकांक सात फरवरी को अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 46,821.39 पर पहुंच गया, जबकि पिछले साल 31 मार्च को यह 52-सप्ताह के निचले स्तर 26,692.09 अंक पर आ गया था. बीएसई का 30 शेयर वाला सेंसेक्स इस साल सात मार्च को 74,245.17 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया था.
छोटी कंपनियों ने बाजार को दी गति
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सुनील न्याति ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में सेंसेक्स की तुलना में छोटी कंपनी के शेयरों का बेहतर प्रदर्शन भारतीय घरेलू बाजार की गतिशील प्रकृति और निवेशकों को प्रदान किए जाने वाले विविध अवसरों को दर्शाता है. बाजार विश्लेषकों के अनुसार, छोटी कंपनियों के शेयर आमतौर पर स्थानीय निवेशकों द्वारा खरीदे जाते हैं, जबकि विदेशी निवेशक बड़ी कंपनियों के शेयर पर ध्यान केंद्रित करते हैं. वित्त वर्ष 2022-23 में बीएसई सेंसेक्स 423.01 अंक या 0.72 प्रतिशत चढ़ा था. हालांकि, बीएसई स्मॉल-कैप सूचकांक 1,258.64 अंक या 4.46 प्रतिशत गिरा था, जबकि मिडकैप में 42.38 अंक या 0.17 प्रतिशत की मामूली गिरावट आई थी.
(भाषा इनपुट के साथ)
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