Personal Loan के लिए आवेदन करते समय इन बातों का रखेंगे ख्याल, तो खारिज नहीं होगा फॉर्म

Personal Loan : कर्ज देने वाले ज्यादातर बैंक पर्सनल लोन के आवेदकों के क्रेडिट प्रोफाइल को सबसे पहले देखते हैं. आमतौर पर 750 या उससे अधिक क्रेडिट स्कोर को बेहतर माना जाता है. ऐसे में आवेदक को बेहतर क्रेडिट स्कोर बनाए रखना चाहिए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 15, 2021 3:52 PM
  • पर्सनल लोन लेने वालों को बहुत अधिक दस्तावेजों की जरूरत नहीं

  • लोन के पैसों के इस्तेमाल करने पर नहीं रहता कोई प्रतिबंध

  • क्रेडिट स्कोर की समय-समय पर समीक्षा करना बेहद जरूरी

Personal Loan : अगर आपको अभी-अभी पैसों की जरूरत पड़ गई, तब आपको पर्सनल लोन ही सबसे बेहतर विकल्प नजर आता है. इसका कारण यह है कि इसके लिए सबसे कम दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है. दूसरा यह कि इससे मिले पैसों के इस्तेमाल को लेकर किसी प्रकार का कोई प्रतिबंध नहीं होता. हालांकि, इसकी अनिश्चितता की वजह से कर्ज देने वाले बैंक और वित्तीय संस्थान आवेदन मंजूर करने में काफी सचेत रहते हैं. क्रेडिट स्कोर आदि पर ध्यान देने पर आम तौर पर पर्सनल लोन का आवेदन खारिज नहीं किया जाता. आइए, आपको बताते हैं कि आप कितने बातों का ख्याल रखेंगे, तो आपका फॉर्म रिजेक्ट नहीं होगा.

बेहतर बनाए रखिए अपना क्रेडिट स्कोर

कर्ज देने वाले ज्यादातर बैंक पर्सनल लोन के आवेदकों के क्रेडिट प्रोफाइल को सबसे पहले देखते हैं. आमतौर पर 750 या उससे अधिक क्रेडिट स्कोर को बेहतर माना जाता है. ऐसे में आवेदक को बेहतर क्रेडिट स्कोर बनाए रखना चाहिए. समय से ईएमआई और क्रेडिट कार्ड बिल्स का भुगतान, 30 फीसदी से कम क्रेडिट का उपयोग जैसे तरीकों से क्रेडिट स्कोर बेहतर बनाया जा सकता है. क्रेडिट स्कोर कर्ज देने वाले और कार्ड जारी करने वालों द्वारा दी गई जानकारी पर तैयार होता है. कभी-कभी कर्मचारियों की गलती से आपका क्रेडिट स्कोर नकारात्मक बता दिया जाता है. इसके लिए समय-समय पर अपना क्रेडिट स्कोर चेक करते रहिए. कोई गलती होने पर क्रेडिट ब्यूरो और कर्जदाता को सुधार के लिए कहें.

कर्ज की भुगतान क्षमता पर तय करें टेन्योर

लोन के लिए आवेदन मंजूर करते समय कर्जदाता पुनर्भुगतान क्षमता का मूल्यांकन करते हैं. इसके लिए लोन पुनर्भुगतान देनदारी को देखा जाता है. कर्जदाता ऐसे लोन आवेदन को प्राथमिकता देते हैं, जिसकी लोन पुनर्भुगतान में संशय 50 फीसदी से अधिक न हो. इससे अधिक की देनदारी पर कर्जदाता को डिफॉल्ट होने की आशंका लगती है और पर्सनल लोन का आवेदन खारिज हो सकता है. ऐसे में लोन चुकाने के लिए ऐसा टेन्योर चुनें, जिसकी ईएमआई रिपेमेंट ऑब्लिगेशंस लिमिट के भीतर रहे.

कई लोन ऑफर्स के बीच चुनें बेस्ट

पर्सनल लोन की ब्याज दरें 9-4 फीसदी सालाना हो सकती हैं. ऐसे में पर्सनल लोन लेते समय अधिक से अधिक कर्जदाता द्वारा ऑफर किए जा रही ब्याज दरों की तुलना कर लें. इसके लिए बैंकों और एनबीएफसी से संपर्क कर सकते हैं. हालांकि, तुलना करते समय सिर्फ ब्याज दर ही न देखें, बल्कि प्रोसेसिंग फीस, लोन अमाउंट, रिपेमेंट टेन्योर, प्रीपेमेंट चार्जेज इत्यादि पर भी गौर करना चाहिए.

कई कर्जदाताओं के पास न करें आवेदन

जब आप किसी लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, तो कर्जदाता क्रेडिट ब्यूरो से आपकी क्रेडिट रिपोर्ट के जरिए आपकी क्रेडिट प्रोफाइल को चेक करता है. जितनी बार आप अप्लाई करते हैं, यह क्रेडिट रिपोर्ट में जुड़ती जाती है और यह आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करता है. कम समय अंतराल में कई क्रेडिट एंक्वायरी से आपकी छवि अधिक कर्ज लेने वाले शख्स की बन सकती है और पर्सनल लोन का आवेदन खारिज हो सकता है.

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Posted By : Vishwat Sen

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