Petrol price : पिछले 1 महीने में 18 बार बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, देश के 6 राज्यों में 100 रुपये के पार पहुंचा पेट्रोल
सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों की वेबसाइट के अनुसार, राजस्थान, मध्य प्रदेश महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और लेह समेत कई राज्यों में पेट्रोल की कीमत 100 के पार पहुंच गई है. आंध्र प्रदेश के करीब-करीब सभी जिलों में पेट्रोल 100 के पार बिक रहा है. वहीं, तेलंगाना के अदिलाबाद और निजामाबाद जिले में इसकी कीमत 100.57 रुपये और 100.17 रुपये लीटर पहुंच गई है. जबकि, लेह में पेट्रोल 100.43 रुपये लीटर बेचा जा रहा है.
Petrol price : देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में शुक्रवार को एक बार फिर रिकॉर्ड बढ़ोतरी की गई. पेट्रोल 27 पैसे लीटर और डीजल 28 पैसे लीटर महंगा हो गया. आलम यह है कि पिछले एक महीने के दौरान देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कम से कम 18 बार बढ़ोतरी की गई है. इसी का नतीजा है कि देश के 6 राज्यों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच गया है. बता दें कि इन दोनों ईंधनों की 18 बार की बढ़ोतरी में पेट्रोल 4.36 पैसे लीटर और डीजल 4.93 पैसे लीटर महंगा हो गया है.
सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों की वेबसाइट के अनुसार, राजस्थान, मध्य प्रदेश महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और लेह समेत कई राज्यों में पेट्रोल की कीमत 100 के पार पहुंच गई है. आंध्र प्रदेश के करीब-करीब सभी जिलों में पेट्रोल 100 के पार बिक रहा है. वहीं, तेलंगाना के अदिलाबाद और निजामाबाद जिले में इसकी कीमत 100.57 रुपये और 100.17 रुपये लीटर पहुंच गई है. जबकि, लेह में पेट्रोल 100.43 रुपये लीटर बेचा जा रहा है.
देश में राजस्थान पेट्रोल और डीजल पर सबसे अधिक वैट लगाता है. उसके बाद मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना का नंबर आता है. मुंबई देश का पहला महानगर है, जहां 29 मई को पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के ऊपर पहुंचा था. मुंबई में इस समय पेट्रोल 100.98 रुपये और डीजल 92.99 रुपये प्रति लीटर है. कर्नाटक के बेल्लारी में पेट्रोल 99.83 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. वहीं, बेंगलुरु में यह 97.98 रुपये प्रति लीटर है. बेंगलुरु में डीजल 90.87 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है. इस साल चार मई के बाद पेट्रोल डीजल के दाम में 18 बार वृद्धि हुई है.
देश की राजधानी दिल्ली की बात करें, तो यहां पेट्रोल अपने ऑल टाइम हाई 94.76 रुपये लीटर जबकि डीजल 85.66 रुपये लीटर पहुंच गया है. हालांकि, यह बात दीगर है कि विभिन्न राज्यों में वैट और स्थानीय टैक्स के साथ माल ढुलाई की लागत जुड़ने के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतों में अंतर हो सकता है, लेकिन सवाल यह पैदा होता है कि पिछले दिनों जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम में बढ़ोतरी नहीं हुई तो घरेलू स्तर पर ईंधनों की कीमतों में इजाफा कैसे हो रहा है? बता दें कि बीते दो सालों में पहली बार ब्रेंट क्रूड की कीमत बढ़कर 71 डॉलर प्रति बैरल हुआ है.
Posted by : Vishwat Sen
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.