Petrol Diesel Price: पेट्रोल-डीजल की कीमत में लंबे समय बाद अब होगी बड़ी कटौती?

petrol diesel rate : अंतरराष्ट्रीय कीमतों में लगातार होनेवाली उठापटक की वजह से सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई बदलाव नहीं किये. उन्होंने कहा, एक दिन में पांच-सात डॉलर प्रति बैरल तक दाम घट-बढ़ रहे थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2022 4:53 PM
undefined
Petrol diesel price: पेट्रोल-डीजल की कीमत में लंबे समय बाद अब होगी बड़ी कटौती? 7

Petrol Diesel Price: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट की वजह से भारतीय तेल विपणन कंपनियां पेट्रोल और रसोई गैस में लागत की भरपाई करने की स्थिति में पहुंच चुकी हैं.

Petrol diesel price: पेट्रोल-डीजल की कीमत में लंबे समय बाद अब होगी बड़ी कटौती? 8

दूसरी ओर, डीजल की बिक्री पर कंपन‍ियों को इस समय भी नुकसान उठाना पड़ रहा है. देश की शीर्ष पेट्रोलियम कंपनियों में शुमार भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अरुण कुमार सिंह ने इस बारे में जानकारी दी.

Petrol diesel price: पेट्रोल-डीजल की कीमत में लंबे समय बाद अब होगी बड़ी कटौती? 9

1 दिन के अंदर सात डॉलर तक घटे और बढ़े दाम : बीपीसीएल के चेयरमैन और एमडी ने कहा कि पिछले चार-पांच महीनों के अंदर क्रूड ऑयल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में लगातार होनेवाली उठापटक की वजह से सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई बदलाव नहीं किये.

Petrol diesel price: पेट्रोल-डीजल की कीमत में लंबे समय बाद अब होगी बड़ी कटौती? 10

उन्होंने कहा, एक दिन में पांच-सात डॉलर प्रति बैरल तक दाम घट-बढ़ रहे थे. ऐसे उतार-चढ़ाव की स्थिति में हम उपभोक्ताओं पर बोझ नहीं डाल सकते थे. कोई भी वितरक इस तरह के उतार-चढ़ाव का बोझ नहीं डाल सकता है.

Petrol diesel price: पेट्रोल-डीजल की कीमत में लंबे समय बाद अब होगी बड़ी कटौती? 11

खुदरा दरों में पांच महीने से कोई बदलाव नहीं : बीपीसीएल के अलावा सार्वजनिक क्षेत्र की अन्य पेट्रोलियम कंपनियों इंडियन ऑयल (Indian Oil) और एचपीसीएल (HPCL) ने करीब पांच महीने तक पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमत में क‍िसी तरह का बदलाव नहीं क‍िया.

Petrol diesel price: पेट्रोल-डीजल की कीमत में लंबे समय बाद अब होगी बड़ी कटौती? 12

बीपीसीएल के मुखिया ने कहा, ऐसे हालात में हमने खुद ही कुछ नुकसान सहने का फैसला किया. उस समय हमें यह उम्मीद थी कि आगे चलकर हम इस नुकसान की भरपाई कर लेंगे. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम ज्यादा होने पर एक समय पेट्रोलियम कंपनियों को डीजल पर प्रति लीटर 20-25 रुपये और पेट्रोल पर 14-18 रुपये तक का नुकसान उठाना पड़ रहा था.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version