पेट्रोल – डीजल की बढ़ी कीमत पर मंत्री ने बताया कहां खर्च हो रहा है पैसा, महंगाई कम करने के सवाल पर दिया जवाब
इस तरह के उपकार को कम करने की मांग अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने के जैसा है. घरेलू दरें अंतरराष्ट्रीय कीमत के आधार पर बढ़ती घटती है. पेट्रोल - डीजल की मांग कई कारणों से बढ़ी है और उन्हें विस्तार से समझने की जरूरत है.
पेट्रोल – डीजल की लगातार बढ़ रही कीमतों के बीच पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि पेट्रोल- डीजल से हो रही कमाई से सरकार लाखों लोगों को कोरोना की वैक्सीन मुफ्त में देने का काम कर रही रही है. महामारी के दौरान जिनके घर में खाने की दिक्कत है सरकार उनके घरों तक मुफ्त भोजन और रसोई गैस का इंतजाम कर रही है. इससे कई सरकारी योजनाओं को सहारा मिल रहा है.
इस तरह के उपकार को कम करने की मांग अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने के जैसा है. घरेलू दरें अंतरराष्ट्रीय कीमत के आधार पर बढ़ती घटती है. पेट्रोल – डीजल की मांग कई कारणों से बढ़ी है और उन्हें विस्तार से समझने की जरूरत है.
मुझे लगता है कि यह सरल राजनीतिक कथानक हमें भारत में ही मिलता है कि ‘कीमतें बढ़ गई हैं, आप अपने कर कम क्यों नहीं करते’इसलिए जब भी किसी अन्य वजह से कीमतें बढ़ती हैं, कहा जाता है कि इस प्रक्रिया में आप अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार लीजिए. यह जवाब पेट्रोलियम मंत्री ने उन सवालों के जवाब में दिये जिसमें उनसे पूछा गया था कि सरकार उपभोक्ताओं पर बोझ कम करने के लिए करों में कटौती करेगी ? पेट्रोल की कीमत का 54 प्रतिशत और डीजल की कीमत का 48 प्रतिशत से अधिक है.
पेट्रोल और डीजल की कीमत में लगातार वृद्धि हो रही है आज भी पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी हुई ङै. इसकी कीमत में हुई बढ़ोतरी का सीधा असर महंगाई पर पड़ता है. खाद्य पदार्थों के दाम में भी वृद्धि होती है. पेट्रोल और मुख्य रूप से डीजल सामान के आयात और निर्यात में आने वाले खर्च पर असर डालता है जिससे सामान की कीमत बढ़ जाती है. त्योहारी मौसम में फल, सब्जियों के दाम में भी बढ़ोतरी हो रही है. ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि सरकार लगातार बढ़ रही महंगाई को कम करने के लिए कोई ठोस कदम उठायेगी.
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