Petrol-Diesel Price Today: इजरायल-हमास युद्ध के कारण खाड़ी देशों में भी तनाव की स्थिति है. ऐसे में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही थी. हालांकि, आज ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है. आज सुबह छह बजे WTI Crude Oil 82.58 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. जबकि, ब्रेंट क्रू़ड 86.92 डॉलर प्रति बैरल पर बिक रहा था. इस बीच भारतीय तेल वितरक कंपनियों ने आज के लिए पेट्रोल-डीजल का दाम जारी कर दिया है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम पिछले दो दिनों से स्थिर होने के बाद भी राष्ट्रीय स्तर पर कोई बदलाव नहीं हुआ है. हालांकि, कई शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव हुआ है. राजधानी दिल्ली में पेट्रोल-डीजल की कीमत स्थिर है. यहां पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.76 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. जबकि, मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये, कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये, चेन्नई में पेट्रोल 102.77 रुपये और डीजल 94.37 रुपये लीटर के हिसाब से आज सुबह से बिक रहा है.
अन्य राज्यों में भी बदले दाम
बिहार की राजधानी पटना में आज सुबह से पेट्रोल 107.24 रुपये लीटर बिक रहा है. जबकि, डीजल की कीमत 94.04 रुपये प्रति लीटर है. इसके अलावे झारखंड में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 26 पैसे की गिरावट देखने को मिली है. वहीं, छत्तीसगढ़ में पेट्रोल की कीमत में 50 पैसे और डीजल की कीमतों में 49 पैसे की कटौती देखने को मिली है. वहीं, पंजाब में पेट्रोल की कीमत में 22 पैसे और डीजल की कीमत में 21 पैसे की बढ़ोतरी हुई है. मध्य प्रदेश में पेट्रोल का भाव 25 पैसे और डीजल का भाव 22 पैसे चढ़ गया है. इसके अलावा पश्चिम बंगाल में भी पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हैं. जबकि, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में पेट्रोल डीजल की कीमतों में कटौती हुई है. दिल्ली से सटे नोएडा में पेट्रोल 96.59 रुपये और डीजल 89.76 रुपये, गाजियाबाद में पेट्रोल 96.58 रुपये और डीजल 89.75 रुपये, लखनऊ में पेट्रोल 96.57 रुपये और डीजल 89.76 रुपये, पोर्टब्लेयर में पेट्रोल 84.10 रुपये और डीजल 79.74 रुपये प्रति लीटर आज सुबह से बिक रहा है.
गुरुवार को बाजार में आयी थी तेजी
मजबूत हाजिर मांग के बाद कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से वायदा कारोबार में बृहस्पतिवार को कच्चा तेल की कीमत 30 रुपये की तेजी के साथ 6,792 रुपये प्रति बैरल हो गयी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चे तेल का नवंबर माह में डिलिवरी होने वाला अनुबंध 30 रुपये या 0.44 प्रतिशत की तेजी के साथ 6,792 रुपये प्रति बैरल हो गया. इसमें 7.641 लॉट के लिए कारोबार हुआ. बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से कच्चातेल वायदा कीमतों में तेजी आई. वैश्विक स्तर पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल 1.28 प्रतिशत की तेजी के साथ 81.47 डॉलर प्रति बैरल हो गया जबकि ब्रेंट क्रूड का दाम 1.23 प्रतिशत बढ़कर 85.67 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.
कैसे चेक करें अपने शहर का फ्यूल रेट
मैसेज के जरिए अपने शहर का फ्यूल रेट जानने के लिए बीपीसीएल (BPCL) के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज भेजना होगा. वहीं HPCL के ग्राहकों को दाम पता करने के लिए HPPRICE <डीलर कोड> लिखकर 9222201122 पर मैसेज करें. इंडियन ऑयल के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज कर सकते हैं.
भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम कैसे तय होते हैं
भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम सरकार द्वारा तय होते हैं और यह एक डायनामिक प्रक्रिया है जो विभिन्न कारगर कारकों पर निर्भर करती है. यहां कुछ मुख्य कारक हैं जो इस प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं:
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आंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य (International Market Prices): भारत उपयोगकर्ताओं के लिए पेट्रोल और डीजल के विश्वासपूर्वक संग्रहित वितरण नेटवर्क नहीं है. इसलिए, विश्व बाजार में पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में उत्तराधिकार खत्म होने के बावजूद, भारत अंत में मात्रा और वितरण में परिभाषित है.
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कर और शुल्क (Taxes and Duties): पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को निर्धारित करने में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा लागू किए जाने वाले कर और शुल्क शामिल होते हैं. यह आमतौर पर विभिन्न अद्यावधिक निर्णयों के आधार पर बदल सकते हैं.
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राज्य सरकारों का योगदान (State Government Contribution): राज्य सरकारें भी पेट्रोल और डीजल के दामों को नियंत्रित करने के लिए अपने योगदान को शामिल कर सकती हैं. वे अपने राज्य में विभिन्न शुल्क और करों को लागू कर सकते हैं.
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मुद्रा की मांग और पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति (Demand for Currency and Supply of Petroleum Products): पेट्रोलियम उत्पादों की मांग और उनकी आपूर्ति के बीच संतुलन भी मूल्यों को प्रभावित कर सकते हैं. यदि उत्पादों की मांग अधिक है और आपूर्ति कम है, तो मूल्यों में वृद्धि हो सकती है. उत्पादों की मांग कम है और आपूर्ति अधिक है, तो मूल्यों में कमी हो सकती है.
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निर्यात और आयात की घटनाएं (Export and Import Events): विभिन्न निर्यात और आयात की घटनाएं भी पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को प्रभावित कर सकती हैं.
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