Petrol-Diesel Price Today: इजरायल-हमास युद्ध का एक महीना पूरा हो गया है. इस बीच, कच्चे तेल के दाम में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. बुधवार की सुबह छह बजे, WTI क्रूड 76.58 डॉलर प्रति बैरल पर व्यापार कर रहा था. जबकि, ब्रेंट क्रू़ड 81.61 डॉलर प्रति बैरल पर बिक रहा था. हालांकि, विशेषज्ञ बताते हैं कि कच्चे तेल की कीमत कभी भी फिर से उछाल मार सकती है. संभावना जतायी जा रही है कि कच्चे तेल की कीमत करीब 110 डॉलर प्रति बैरल की कीमत तक पहुंत सकती है. इस बीच भारतीय तेल कंपनियों ने आज के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमतें जारी कर दी. कंपनियों ने तेल की कीमतों में राष्ट्रीय स्तर पर कोई बदलाव नहीं किया है. देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर हैं. दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.72 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है. जबकि, मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये, कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये और चेन्नई में पेट्रोल 102.65 रुपये और डीजल 94.25 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है.
अन्य राज्यों में भी बदले पेट्रोल-डीजल के दाम
बिहार की राजधानी पटना में पेट्रोल की कीमत में 88 पैसे और डीजल की कीमत में 82 पैसे की राहत देखने को मिली है. आज यहां, पेट्रोल की कीमत 108.12 रुपये और डीजल की कीमत 94.86 रुपये लीटर है. इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश में पेट्रोल-डीजल 25 पैसे सस्ता हुआ है. इसके बाद से राजधानी लखनऊ में पेट्रोल 96.57 रुपये और डीजल 89.76 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. जबकि, नोएडा में पेट्रोल 96.79 रुपये और डीजल 89.96 रुपये और गाजियाबाद में 96.58 रुपये और डीजल 89.75 रुपये लीटर बिक रहा है. इसके अलावे महाराष्ट्र में पेट्रोल और डीजल 43 पैसे महंगा हुए हैं. वहीं, हिमाचल प्रदेश में लोगों को आज पेट्रोल 28 पैसे और डीजल 23 पैसे महंगा मिलेगा. जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हरियाणा में भी बुधवार को पेट्रोल-डीजल के दाम में तेजी देखने को मिली है. दूसरी ओर गुजरात में पेट्रोल 15 और डीजल 16 पैसे सस्ता हुआ है. दिल्ली से सटे पंजाब में पेट्रोल-डीजल की कीमत में हल्की गिरावट देखने को मिली है.
Also Read: Credit Card कंपनियों ने एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस में की कटौती, जानें किन-किन बैंकों ने कम की फैसिलिटी
कमजोर हाजिर मांग से कच्चे तेल का वायदा भाव में गिरावट
कमजोर हाजिर मांग के बाद कारोबारियों द्वारा अपने सौदों की कटान करने से वायदा कारोबार में मंगलवार को कच्चा तेल की कीमत 2.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 6,643 रुपये प्रति बैरल रह गयी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चे तेल का नवंबर माह में डिलिवरी होने वाला अनुबंध 183 रुपये या 2.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 6,643 रुपये प्रति बैरल रह गया। इसमें 8.353 लॉट के लिए कारोबार हुआ. वैश्विक स्तर पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल 1.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80 डॉलर प्रति बैरल रह गया जबकि ब्रेंट क्रूड का दाम 0.97 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता 84.35 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.
कैसे चेक करें अपने शहर का फ्यूल रेट
मैसेज के जरिए अपने शहर का फ्यूल रेट जानने के लिए बीपीसीएल (BPCL) के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज भेजना होगा. वहीं HPCL के ग्राहकों को दाम पता करने के लिए HPPRICE <डीलर कोड> लिखकर 9222201122 पर मैसेज करें. इंडियन ऑयल के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज कर सकते हैं.
भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम कैसे तय होते हैं
भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम सरकार द्वारा तय होते हैं और यह एक डायनामिक प्रक्रिया है जो विभिन्न कारगर कारकों पर निर्भर करती है. यहां कुछ मुख्य कारक हैं जो इस प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं:
-
आंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य (International Market Prices): भारत उपयोगकर्ताओं के लिए पेट्रोल और डीजल के विश्वासपूर्वक संग्रहित वितरण नेटवर्क नहीं है. इसलिए, विश्व बाजार में पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में उत्तराधिकार खत्म होने के बावजूद, भारत अंत में मात्रा और वितरण में परिभाषित है.
-
कर और शुल्क (Taxes and Duties): पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को निर्धारित करने में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा लागू किए जाने वाले कर और शुल्क शामिल होते हैं. यह आमतौर पर विभिन्न अद्यावधिक निर्णयों के आधार पर बदल सकते हैं.
-
राज्य सरकारों का योगदान (State Government Contribution): राज्य सरकारें भी पेट्रोल और डीजल के दामों को नियंत्रित करने के लिए अपने योगदान को शामिल कर सकती हैं. वे अपने राज्य में विभिन्न शुल्क और करों को लागू कर सकते हैं.
-
मुद्रा की मांग और पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति (Demand for Currency and Supply of Petroleum Products): पेट्रोलियम उत्पादों की मांग और उनकी आपूर्ति के बीच संतुलन भी मूल्यों को प्रभावित कर सकते हैं. यदि उत्पादों की मांग अधिक है और आपूर्ति कम है, तो मूल्यों में वृद्धि हो सकती है. उत्पादों की मांग कम है और आपूर्ति अधिक है, तो मूल्यों में कमी हो सकती है.
-
निर्यात और आयात की घटनाएं (Export and Import Events): विभिन्न निर्यात और आयात की घटनाएं भी पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को प्रभावित कर सकती हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.