Petrol Diesel Price Hike: रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से भारत के लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. युद्ध का असर अभी से दिखने लगा है. इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें आसमान छूने लगी है. पिछले कुछ सप्ताह से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि नहीं की गयी है. लेकिन, जिस तरह से क्रूड ऑयल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ना तय है.
सूत्रों की मानें, तो बहुत जल्द पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि होने वाली है. पेट्रोल-डीजल के दाम में अच्छा-खासा इजाफा होगा, ऐसी उम्मीद जतायी जा रही है. बताया जा रहा है कि इस बार डीजल की कीमतों में पेट्रोल की कीमतों से ज्यादा वृद्धि होगी. इसके बाद आसमान छू रही महंगाई और बढ़ेगी, जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना होगा.
राहत की बात सिर्फ इतनी है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में एकमुश्त वृद्धि नहीं की जायेगी. पहले की ही तरह धीरे-धीरे कीमतें बढ़ायी जायेंगी. लेकिन, इतना तय माना जा रहा है कि पेट्रोल की तुलना में डीजल के दाम में ज्यादा बढ़ोतरी होगी. हालांकि, अभी यह पता नहीं चल पाया है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कितनी वृद्धि होगी.
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रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध 80 दिनों से जारी है. इसकी वजह से इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमतें आसमान छू रही हैं. अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड मंगलवार को 0.49 प्रतिशत बढ़कर 114.8 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है. जब कच्चे तेल की कीमत बढ़ रही है, तो पेट्रोल-डीजल के भाव स्थिर नहीं रह सकते.
भारत में पेट्रोल-डीजल के भाव 40 दिनों से नहीं बढ़े हैं. 6 अप्रैल 2022 को आखिरी बार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में तेल कंपनियों ने वृद्धि की थी. पांच राज्यों के चुनावी नतीजे घोषित होने के बाद तेल कंपनियों ने 22 मार्च को पेट्रोल-डीजल के रेट में इजाफा करना शुरू किया था. तब से 6 अप्रैल तक पेट्रोल 10 रुपये प्रति लीटर तक महंगा हो गया. हालांकि, 7 अप्रैल से कंपनियों ने तेल के भाव में किसी तरह की बढ़ोतरी नहीं की है.
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