Fact Check: क्या ‘UDYAM रजिस्ट्रेशन’ के लिए देने होंगे 2,700 रुपये, जानें खबर के पीछे की सच्चाई
PIB Fact Check of UDYAM Registration: प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (Press Information Bureau) ने इस वायरल मैसेज का फैक्ट चेक करके इस बारे में अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर इसके बारे में जानकारी दी है कि यह वायरल मैसेज पूरी तरह से फर्जी हैं.
PIB Fact Check of UDYAM Registration: भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) के रजिस्ट्रेशन के लिए सरकार ने कंपनियों के रजिस्ट्रेशन के लिए MSME Udyam की एक ऑफिशियल वेबसाइट शुरू की है. इस वेबसाइट की मदद से आप आप अपनी कंपनी का रजिस्ट्रेशन आसानी से कर सकते हैं, लेकिन पिछले दिनों फर्जी वेबसाइट पंजीकरण प्रमाण पत्र को प्रिंट करने के लिए 2,700 रुपये मांग रही है क्योंकि यह ‘एमएसएमई उद्योग’ के लिए आधिकारिक पंजीकरण पोर्टल होने का दावा करती है.
PIB ने ट्वीट करके दी जानकारी
प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (Press Information Bureau) ने इस वायरल मैसेज का फैक्ट चेक करके इस बारे में अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर इसके बारे में जानकारी दी है कि यह वायरल मैसेज पूरी तरह से फर्जी हैं. पीआईबी ने बताया है कि वेबसाइट https://eudyogaadhaar.org एक फर्जी बेवसाइट है. आधिकारिक पोर्टल के अनुसार “भारत सरकार के इस पोर्टल और सरकार के सिंगल विंडो सिस्टम को छोड़कर, कोई अन्य निजी ऑनलाइन या ऑफलाइन सिस्टम, सेवा, एजेंसी या व्यक्ति एमएसएमई पंजीकरण करने या प्रक्रिया से संबंधित किसी भी गतिविधि को करने के लिए अधिकृत या हकदार नहीं है.”
A Website 'https://t.co/xfk1OR5FHn' is claiming to register for 'MSME Udyam' and is asking for ₹2,700 for printing the registration certificate#PIBFactCheck
▶️This website is #FAKE
▶️The official website for Udyam registration is https://t.co/TCKw2yayb8 pic.twitter.com/PgQTbsuFYO— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) September 8, 2022
उद्यम पंजीकरण एक मुफ्त 19 अंकों की संख्या है जो सरकारी रिकॉर्ड में एमएसएमई के रूप में पंजीकृत प्रत्येक उद्यम के लिए अद्वितीय है. इसके अलावा, पंजीकरण कागज रहित है और केवल आधार संख्या के साथ स्व-घोषणा पर आधारित है, जबकि निवेश और व्यवसायों के कारोबार पर पैन और जीएसटी से जुड़े विवरण आयकर और जीएसटी पहचान संख्या (जीएसटीआईएन) सिस्टम के साथ एकीकृत सरकारी डेटाबेस से स्वचालित रूप से प्राप्त किए जाते हैं.
इस बीच, MSMEs की परिभाषा में बदलाव के बाद, 1 जुलाई, 2020 को पोर्टल लॉन्च होने के दो साल बाद, इस साल अगस्त में पोर्टल ने 1 करोड़ MSME पंजीकरण का आंकड़ा पार कर लिया था. हालांकि, सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मुट्ठी भर पंजीकृत एमएसएमई ने अपना पंजीकरण वापस ले लिया है.
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