डिजिटल दुनिया में तेजी से आगे बढ़ रहा है भारत, वैश्वीकरण को बहाल करने के लिए कर रहा है काम : पीयूष गोयल
ब्रसेल्स में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि हम भारत और यूरोपीय संघ में व्यवसायों और लोगों को अवसर प्रदान करने वाली महत्वाकांक्षी समयसीमा को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
ब्रसेल्स : केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि डिजिटल दुनिया में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि हम आगे भी इनोवेशन और प्रौद्योगिकी क्षेत्र से जुड़ना चाहेंगे. उन्होंने कहाकि पिछले कुछ बरसों में हमने हमने लैंगिक समानता, सतत विकास, स्वच्छ ऊर्जा और हाइड्रोजन मिशन पर काम किया है. ब्रसेल्स में आयोजित भारत-यूरोपीय यूनियन (ईयू) व्यापार समझौता (एफटीए) वार्ता में उन्होंने कहा कि यूरोप अत्याधुनिक तकनीक के साथ बड़े पैमाने पर डिजिटल डाटा पेश करता है, जबकि भारत श्रम क्षेत्र में अपना अहम योगदान देता है. उन्होंने कहा कि भारत और यूरोपीय यूनियन ने मिलकर वैश्वीकरण को बहाल करने की दिशा में काम किया है.
समझौतों से अछूती क्षमता को उभारने में मिलेगी मदद
ब्रसेल्स में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि हम भारत और यूरोपीय संघ में व्यवसायों और लोगों को अवसर प्रदान करने वाली महत्वाकांक्षी समयसीमा को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने यूरोपीय यूनियन साथ व्यापार, निवेश और भौगोलिक संकेतकों (जीआई) पर प्रस्तावित समझौतों को लेकर वार्ता औपचारिक रूप से बहाल होने पर उन्होंने कहा कि इन समझौतों को लागू करने से अब तक अछूती रही उल्लेखनीय क्षमता को सामने लाने में मदद मिलेगी, जो दोनों क्षेत्रों के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने में मददगार होगी. भारत और ईयू ने आठ साल से भी अधिक समय के बाद प्रस्तावित समझौतों पर 17 जून से औपचारिक वार्ता बहाल की है.
एफटीए वार्ता से संबंध होंगे मजबूत
केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि भारत और ईयू के बीच निष्पक्ष, न्यायसंगत और संतुलित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर वार्ता दोबारा शुरू करने के लिए वह यहां आए हैं. उन्होंने कहा कि इससे हमारे संबंध और भी मजबूत होंगे. बीते कुछ महीनों में हमारा द्विपक्षीय व्यापार उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है. अब तक अछूती रहीं संभावनाएं इन तीन समझौतों के क्रियान्वयन से सामने आएंगी. ये तीन समझौते व्यापार, निवेश और जीआई से संबंधित हैं.
2007 में शुरू की गई थी कोरोबारी समझौता वार्ता
बता दें कि भारत ने 27 देशों के आर्थिक संगठन यूरोपीय यूनियन (ईयू) के साथ व्यापार समझौते ‘द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश समझौता (बीटीआईए)’ पर 2007 में वार्ता शुरू की थी, लेकिन वाहनों पर सीमा शुल्क जैसे कई अहम मुद्दों पर दोनों पक्षों के बीच जब सहमति नहीं बन सकी. इस वजह से वर्ष 2013 में यह वार्ता ठप पड़ गई.
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आधुनिक उत्पादों को लेकर दुनिया से सरोकार रखना चाहता है भारत
गोयल से भारतीय पक्ष की अहम मांगों के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि भारत आधुनिक उत्पादों को लेकर दुनिया के साथ सरोकार रखना चाहता है और उसका ध्यान ऐसे क्षेत्रों पर है, जहां वह नई प्रौद्योगिकी और निवेश के लिहाज से लाभ अर्जित करना चाहता है. यूरोपीय आयोग के कार्यकारी उपाध्यक्ष वलदिस डोम्ब्रोवस्किस ने कहा कि दोनों ही पक्ष महत्वाकांक्षी और व्यापक एफटीए चाहते हैं. उन्होंने बताया कि अगले दौर की वार्ता नई दिल्ली में होगी और यह 27 जून से एक जुलाई तक चलेगी.
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