पीएम गतिशक्ति के तहत ₹51,000 करोड़ की 6 इंफ्रा परियोजनाओं को मिली मंजूरी, इस इलाके के लोगों की खुलेगी किस्मत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के विकास के लिए शुरू की गयी कई महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान परियोजना भी है. भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर ‘समग्र बुनियादी ढांचे’ के विकास के लिए 100 लाख करोड़ रुपये की परियोजना गति शक्ति योजना शुरू करने की घोषणा हुई थी.
केंद्र सरकार की इस परियोजना के तहत, बुधवार को 51,700 करोड़ की छह और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को मंजूरी देने की सिफारिश की गई है. इसके बाद, पीएम गति शक्ति को शुरू करने के बाद से नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) द्वारा मूल्यांकन की गई परियोजनाओं की कुल संख्या 112 हो गई है. आइये जानते हैं कि इस योजना में कौन-कौन सी परियोजनाएं शामिल हैं.
गुजरात और महाराष्ट्र में ग्रीनफील्ड सड़क परियोजना
इसके तहत गुजरात और महाराष्ट्र में नवसारी, नासिक और अहमदनगर जिलों को कवर करने वाली पहली ग्रीनफील्ड सड़क परियोजना को शामिल किया गया है. सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि इस परियोजना से नवसारी, वलसाड और नासिक जैसे आदिवासी जिलों के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास में आसान और सुविधाजनक कनेक्टिविटी प्रदान करने में योगदान मिलने की उम्मीद है. इससे क्षेत्र में पर्यटन क्षेत्र को भी लाभ होगा और उस्मानाबाद जैसे महत्वाकांक्षी जिले जुड़ेंगे.
गुजरात में ग्रीनफील्ड विकास
पीएम गतिशक्ति में दूसरी परियोजना गुजरात में ग्रीनफील्ड विकास भी है, जिसमें बनासकांठा, पाटन, महेसाणा, गांधीनगर और अहमदाबाद शामिल हैं. इसमें कहा गया है कि यह अमृतसर-जामनगर आर्थिक गलियारे को अहमदाबाद और वडोदरा से जोड़ेगा और परिवहन के अन्य साधनों के साथ एकीकृत होगा, जिससे क्षेत्र में मल्टी-मोडैलिटी के प्रचार और उपयोग में योगदान मिलेगा.
बिहार को मिलेगा बड़ा तोहफा
परियोजना में शामिल तीसरी सड़क परियोजना बिहार में स्थित है. इसमें भारतमाला परियोजना के तहत पटना-आरा-सासाराम गलियारे को चार लेन का बनाना शामिल है. सरकार के बयान में कहा गया है कि इस परियोजना से आदिवासी क्षेत्रों सहित वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित जिलों में सामाजिक-आर्थिक विकास आने की उम्मीद है. यह परियोजना पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के माध्यम से यूपी से आने वाले और झारखंड और पटना की ओर जाने वाले यातायात के लिए निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगी. इसमें कहा गया है कि यह क्षेत्र में जलमार्गों को भी एकीकृत करेगा.
मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड बढ़ेगी कनेक्टिविटी
केंद्र सरकार के द्वारा जो चौथी सड़क परियोजना शामिल की गयी है वो उत्तर प्रदेश में स्थित है. इसका उद्देश्य मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच अंतरराज्यीय कनेक्टिविटी में सुधार करना है.
Also Read: Ayushman Card: केवल क्यूआर कोर्ड स्कैन करके हो सकता है 5 लाख का मुफ्त इलाज, जानें क्या है सरकार की नया प्लानओडिशा को मिलेगा ग्रीनफील्ड रेलवे लाइन परियोजना
ओडिशा की ग्रीनफील्ड रेलवे लाइन परियोजना गंजम, नयागढ़, खंडमाल, बौध, संबलपुर और अंगुल जिलों से होकर गुजरती है. इसमें कहा गया है कि यह पश्चिमी ओडिशा के औद्योगिक और खनिज समूहों को पूर्वी तट बंदरगाह से जोड़ेगा. इसके अतिरिक्त, पूर्वी छत्तीसगढ़ के औद्योगिक समूहों को पूर्वी तट के साथ एक छोटी बंदरगाह कनेक्टिविटी भी मिलेगी. इसमें कहा गया है कि इस रेलवे लाइन से कंधमाल और बौध जिलों के आदिवासी इलाकों में समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास होने की उम्मीद है और प्रस्तावित लाइन के साथ नए औद्योगिक गलियारों के अवसर खुलेंगे.
Also Read: Adani Group का दिवाली से पहले बड़ा दाव, ये विदेशी कंपनी अदाणी की 2 कंपनियों में बेच रही अपनी हिस्सेदारीकेरल में भी मिलेगी रेल परियोजना
केरल में परियोजना में रेलवे लाइनों का दोहरीकरण भी शामिल है क्योंकि बुनियादी ढांचे के प्रस्तावित विस्तार से दक्षिणी रेलवे के अत्यधिक तनावग्रस्त गलियारे में रेल आंदोलन की गुणवत्ता में सुधार होगा. इसके अतिरिक्त, इससे माल और यात्री ट्रेनों दोनों के लिए यात्रा का समय कम हो जाएगा.
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