PM KISAN SAMMAN NIDHI : पीएम किसान फसल बीमा का लाभ लेने वाले अभ्यर्थी सावधान रहें. एक गलत जानकारी भी देना आपको इस योजना के लाभ से वंचित कर सकता है. दरअसल, केंद्र सरकार के नये नियम के अनुसार अब प्रत्येक साल पीएम किसान बीमा योजना की मॉनिटरिंग की जाएगी, जिसे तहत टीम सभी लाभार्थियों का सर्वेक्षण करेगी.
पीएम सम्मान निधि वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक प्रत्येक साल केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई टीम लाभार्थियों का वेरिफिकेशन करने का काम करेगी. इस दौरान टीम लाभार्थियों द्वारा दी गई जानकारी का वैरिफिकेशन करेगी. वैरिफिकेशन में गलत सूचना पाए जाने पर योजना से वंचित कर दिया जाएगा.
एक साल के लिए वैलिड लिस्ट– वेबसाइट के मुताबिक पीएम किसान सम्मान निधि योजना में शामिल लाभार्थियों की सूची सिर्फ एक साल के लिए वैलिड रहता है. इसके आगे यह वैलिड नहीं रहता नहीं. प्रत्येक साल सम्मान निधि लाभार्थियों की नई सूची तैयार की जाती है. सूची को ग्राम स्तर पर बनाई जाती है.
क्यों पड़ी जरूरत- सरकार को वेरिफिकेशन करने की जरूरत क्यों पड़ी है? दरअसल, कई ऐसी खबरें छप चुकी है जिसमें सरकार को सूचना मिली रही थी देश के कई हिस्सों में इसका दुरपयोग किया जा रहा है. इसलिए सरकार ने यह फैसला किया है. इस फैसले से अब सरकार यह जान पाएगी कि आखिर जो पैसा है वो सही लोग तक पहुंच रहे हैं या नहीं?
कैसे होगा वैरिफिकेशन- बताता जा रहा है कि प्रत्येक साल वैरिफिकेशन का काम किया जाएगा. हालांकि यह वैरिफिकेशन सभी लाभार्थियों का नहीं किया जाएगा. वैरिफिकेशन रेंडमली तरीके से किया जाएगा. वैरिफिकेशन करने वाले पदाधिकारी किसी पांच लोगों का वैरिफिकेशन कर रिपोर्ट तैयार करने का काम करेगा.
गौरतलब है कि इससे पहले खबर आई थी कि केंद्र सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की पहली किस्त के तहत चालू वित्त वर्ष के प्रारंभ में ही कुल 7.92 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 15,841 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित कर चुकी है. यह जानकारी शुक्रवार को कृषि मंत्रालय के एक बयान में दी गयी. इस योजना के तहत उच्च आय वाले किसानों को छोड़ कर सभी किसानों को प्रत्येक वित्त वर्ष में 2000- 2000 रुपये की तीन किस्तों में कुल 6000 रुपये की सहायता दी जाती है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra
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