PM Kisan Yojana: KYC और भू-सत्यापान के बाद भी नहीं मिला 15वीं किस्त का पैसा, ये काम करें, घर बैठे होगा समाधान
PM Kisan Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किसानों को साहूकारों के चंगुल से बचाने और आर्थिक रुप से सबल बनाने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरूआत की गयी थी.
PM Kisan Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किसानों को साहूकारों के चंगुल से बचाने और आर्थिक रुप से सबल बनाने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरूआत की गयी थी. इस योजना के तहत किसानों के बैंक खाते में छह हजार रुपये की राशि दी जाती है. ये राशि दो-दो हजार रुपये की किस्त में साल में तीन बार दी जाती है.
पीएम मोदी ने हाल ही में झारखंड के खूंटी से किसानों के खाते में 18 हजार करोड़ रुपये ट्रासफर किया था. हालांकि, कई किसानों की शिकायत है कि उनके खाते में रुपये नहीं आया है. अगर, आपके साथ भी, ऐसा हुआ है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. थोड़ी कोशिश करने से आपके खाते में अभी पैसा आ सकता है.
पीएम किसान योजना का पैसा पाने के लिए तीन चीजों का होना बेहद जरूरी है. इसके लिए केवाईसी अपडेट, भू-सत्यापान और बेनिफिशियरी लिस्ट में नाम होना जरूरी है. इन तीनों में से कोई एक भी अगर नहीं होगा तो आपके खाते में रुपया नहीं आएगा.
Also Read: Ayushman Card: केवल क्यूआर कोर्ड स्कैन करके हो सकता है 5 लाख का मुफ्त इलाज, जानें क्या है सरकार की नया प्लानकेवाईसी के लिए https://pmkisan.gov.in/ के साइट पर कई विकल्प दिये गए हैं. बेनिफिशियरी लिस्ट भी आप यहां से देख सकते हैं. अगर आपका केवाईसी अपडेट है और बेनिफिशियरी लिस्ट में आपका नाम भी है फिर भी पैसे नहीं आए हैं तो आप, इसकी शिकायत कर सकते हैं.
KYC और भू-सत्यापान के बाद भी अगर आपके खाते में पैसा नहीं आया है तो आप इसकी शिकायत पीएम किसान योजना के लिए बनाए गए हेल्प डेस्क में कर सकते हैं. यहां से आपके खाते में परेशानी या पैसा नहीं ट्रांसफर होने के कारण के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी.
पीएम किसान सम्मान निधि योजना से जुड़ी किसी भी शिकायत के लिए आप 011-24300606 और 155261 या टोलफ्री नंबर 18001155266 पर कॉल कर सकते हैं. इसके साथ ही, लाभार्थी किसान, pmkisan-ict@gov.in और pmkisan-funds@gov.in पर ईमेल करके भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.
बता दें कि अभी इस योजना के तहत केंद्र सरकार के द्वारा किसानों को अभी तक 15 किस्त दी जा चूकी है. साथ ही, सरकार ऐसे अपात्र किसानों की भी पहचान कर रही है जो फर्जी तरीके से सरकार से पैसे लेते हैं. इनका पैसा रोका जा रहा है और बकाया राशि की वसूली भी की जा रही है.
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