PM Narendra Modi at WEF Davos Agenda: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत ने दुनिया को उपहार में ‘उम्मीदों का गुलदस्ता’ (Bouquet of Hope) दिया है. पीएम मोदी ने इस वैश्विक मंच से भारत के युवा टैलेंट की सराहना भी की. पीएम मोदी ने कहा कि भारत जैसे मजबूत लोकतंत्र ने पूरे विश्व को एक खूबसूरत उपहार दिया है. उम्मीदों का गुलदस्ता दिया है.
पीएम मोदी ने कहा कि इस बूके में हम भारतीयों का डेमोक्रेसी पर अटूट विश्वास है. इस बूके में 21वीं सदी को एंपावर (Empower) करने वाली टेक्नोलॉजी (Technology) है. इस बूके में हम भारतीयों का टेंपरामेंट (Temperament) है. हम भारतीयों का टैलेंट (Talent) है. उन्होंने कहा कि भारत अपनी आजादी के 75 साल का जश्न मना रहा है, तो एक साल में 156 करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन देने का भी जश्न मना रहा है.
वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम के दावोस एजेंडा (World Economic Forum’s Davos Agenda) को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने सोमवार को कहा कि आज वैश्विक परिदृष्य को देखते हुए सवाल ये भी है कि मल्टीलैटरल ऑर्गेनाइजेशंस, नये वर्ल्ड ऑर्डर और नयी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं? जब ये संस्थाएं बनीं थीं, तो स्थितियां कुछ और थीं. आज परिस्थितियां कुछ और हैं.
इसलिए हर लोकतांत्रित देश का ये दायित्व है कि इन संस्थाओं में रिफॉर्म्स पर बल दे, ताकि इन्हें वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाया जा सके. उन्होंने कहा कि आज ग्लोबल ऑर्डर में बदलाव के साथ ही एक वैश्विक परिवार के तौर पर हम जिन चुनौतियों का सामना करते रहे हैं, वो भी बढ़ रही हैं. इनसे मुकाबला करने के लिए हर देश, हर वैश्विक एजेंसी द्वारा कलेक्टिव एक्शन की जरूरत है.
India is celebrating its 75th year of Independence and also the administration of 156 crore vaccine doses in the country. India has gifted the world a bouquet of hope: Prime Minister Narendra Modi at World Economic Forum's Davos Agenda pic.twitter.com/ykgSefdLeN
— ANI (@ANI) January 17, 2022
पीएम मोदी ने कहा कि ग्लोबल ऑर्डर में बदलाव की वजह से ही सप्लाई चेन (Supply Chain) में गड़बड़ी हुई है. बढ़ती महंगाई (Inflation) और जलवायु परिवर्तन (Climate Change) इन्हीं के उदाहरण हैं. उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) भी इसी का उदाहरण है. जिस तरह की टेक्नोलॉजी इससे जुड़ी है, उसमें किसी एक देश के द्वारा लिये गये फैसले, इसकी चुनौतियों से निपटने में अपर्याप्त होंगे. हमें एक समान सोच रखनी होगी.
पीएम मोदी ने कहा कि मिशन LIFE का ग्लोबल मास मूवमेंट बनना जरूरी है. LIFE जैसे जनभागीदारी के अभियान को हम P-3, ‘Pro Planet People’ का एक बड़ा आधार भी बना सकते हैं. हमें ये मानना होगा कि हमारी जीवनशैली (Lifestyle) भी जलवायु (Climate) के लिए बड़ी चुनौती है. ‘Throw Away’ कल्चर और उपभोक्तावाद (Consumerism) ने जलवायु परिवर्तन (Climate Challenge) को और गंभीर बना दिया है.
भारत में उद्यमशीलता नयी ऊंचाई पर
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय युवाओं में आज उद्यमशीलता (Entrepreneurship) नयी ऊंचाई पर है. वर्ष 2014 में जहां भारत में कुछ सौ रजिस्टर्ड स्टार्टअप थे. वहीं, आज इनकी संख्या 60 हजार के पार हो चुकी है. इसमें भी 80 से ज्यादा यूनिकॉर्न्स हैं, जिसमें से 40 से ज्यादा तो वर्ष 2021 में ही बने हैं.
भारतीयों में नवोन्मेष (Innovation) की और नयी प्रौद्योगिकी (Technology) को अडॉप्ट करने की जो क्षमता है, उद्यमशीलता की जो स्पिरिट है, वो हमारे हर ग्लोबल पार्टनर को नयी ऊर्जा दे सकती है. इसलिए भारत में इन्वेस्टमेंट का ये सबसे बढ़िया वक्त है. कहा कि आज भारत ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (Ease of Doing Business) को बढ़ावा दे रहा है. सरकार के दखल को कम से कम कर रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने अपने कॉरपोरेट टैक्स की दरों (Corporate Tax Rates) को आसान करके, कम करके, उसे दुनिया में सबसे ज्यादा प्रतियोगी बनाया है. बीते साल ही हमने 25 हजार से ज्यादा नियमों को खत्म किये हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत, दुनिया में रिकॉर्ड सॉफ्टवेयक इंजीनियर्स (Software Engineers) भेज रहा है. 50 लाख से ज्यादा सॉफ्टवेयर डेवलपर्स (Software Developers) भारत में काम कर रहे हैं. आज भारत में दुनिया में तीसरे नंबर के सबसे ज्यादा यूनिकॉर्न्स (Unicorns) हैं. 10 हजार से ज्यादा स्टार्ट-अप्स पिछले 6 महीने में रजिस्टर हुए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत के पास विश्व का बड़ा, सुरक्षित और सफल डिजिटल पेमेंट्स प्लेटफॉर्म (Digital Payments Platform) है. सिर्फ पिछले महीने की ही बात करूं, तो भारत में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (Unified Payments Interface) के माध्यम से 4.4 बिलियन ट्रांजैक्शन हुए हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के इस समय में हमने देखा है कि कैसे भारत ‘वन अर्थ, वन हेल्थ’ (One Earth, One Health) के विजन पर चलते हुए, अनेकों देशों को जरूरी दवाइयां देकर, वैक्सीन देकर, करोड़ों जीवन बचा रहा है. उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा दवाई उत्पादक (Pharma Producer) है, विश्व की फार्मेसी (Pharmacy to the World) है.
Posted By: Mithilesh Jha
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.