PMI Service: भारतीय अर्थव्यस्था को लेकर आयी बड़ी खुशखबरी, सर्विस सेक्टर के ग्रोथ ने तोड़ा 13 साल का रिकॉर्ड
PMI Service: मजबूत मांग के दम पर देश के सेवा क्षेत्र का ग्रोथ 13 वर्ष के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. एचएसबीसी के अर्थशास्त्री इनेस लैम ने कहा कि फरवरी में मामूली गिरावट के बाद मार्च में भारत की सेवाओं का पीएमआई बढ़ा, मजबूत मांग के कारण बिक्री तथा व्यावसायिक गतिविधि में तेजी आई. सेवा प्रदाताओं ने उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए अगस्त 2023 के बाद से सबसे तेज गति से नियुक्तियां बढ़ाईं हैं.
PMI Service: जियो-पॉलिटिकल टेंशन और ग्लोबल आर्थिक परिवेश के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूती के साथ खड़ा है. इस बीच, अब देश के लिए एक और बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि मजबूत मांग के दम पर देश के सेवा क्षेत्र का ग्रोथ 13 वर्ष के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया भारत सेवा पीएमआई कारोबारी गतिविधि सूचकांक मार्च में 61.2 पुहंच गया. यह फरवरी में 60.6 पर था. खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की भाषा में 50 से ऊपर अंक का मतलब गतिविधियों में विस्तार से और 50 से कम अंक का आशय संकुचन से होता है. एचएसबीसी इंडिया सर्विस पीएमआई को एसएंडपी ग्लोबल ने सर्वेक्षण सेवा क्षेत्र की करीब 400 कंपनियों को भेजे गए सवालों के जवाबों के आधार पर तैयार किया है.
फरवरी में दिखी थी मामूली गिरावट
एचएसबीसी के अर्थशास्त्री इनेस लैम ने कहा कि फरवरी में मामूली गिरावट के बाद मार्च में भारत की सेवाओं का पीएमआई बढ़ा, मजबूत मांग के कारण बिक्री तथा व्यावसायिक गतिविधि में तेजी आई. सेवा प्रदाताओं ने उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए अगस्त 2023 के बाद से सबसे तेज गति से नियुक्तियां बढ़ाईं हैं. सर्वेक्षण में कहा गया है कि रोजगार में नवीनतम वृद्धि कई महीनों में 22वीं और नवंबर 2022 के बाद से संयुक्त रूप से सबसे मजबूत है. इस बीच, एचएसबीसी इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स फरवरी में 60.6 से बढ़कर मार्च में 61.8 हो गया. यह साढ़े 13 वर्षों में दूसरे सबसे मजबूत उछाल को दर्शाता है.
Also Read: इलाज के खर्च की टेंशन जाएं भूल, केनरा बैंक करेगा मदद, जानें कैसे मिलेगी मदद
मैन्युफैक्चरिंग में आयी तेजी
बता दें कि इससे पहले मासिक आधार पर मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के डाटा में भी तेजी देखने को मिला था. अप्रैल के पहले सप्ताह में आये मार्च महीने के डाटा में मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई 59.1 के स्तर पर रही, जो 16 सालों का अभी तक सबसे हाई स्तर रहा है. जबकि, फरवरी में मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई 56.9 के स्तर पर था.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.