Post Office के बचत खाते को खाली रखा तो हर महीने भरना पड़ेगा जुर्माना, जानिए कितना रखना होगा मिनिमम बैलेंस
Post Office Saving Account Scheme : देश के सुदूर गांवों में बसे आम लोगों तक बैंकिंग सेवाओं (Banking Services) को पहुंचाने का एकमात्र प्रमुख जरिया डाकघर (Post Office) है. यह बरसों से गांवों के लोगों को सांवरिया का संदेश पहुंचाने के साथ ही बैंकिंग सेवाएं भी मुहैया कराता आ रहा है. अब अगर आपने इसमें बचत खाता (Saving Account) खोल रखा है, तो आप इसमें छोटी से छोटी रकम जमा (Small Savings) करके ब्याज प्राप्त कर सकते हैं.
Post Office Saving Account Scheme : देश के सुदूर गांवों में बसे आम लोगों तक बैंकिंग सेवाओं (Banking Services) को पहुंचाने का एकमात्र प्रमुख जरिया डाकघर (Post Office) है. यह बरसों से गांवों के लोगों को सांवरिया का संदेश पहुंचाने के साथ ही बैंकिंग सेवाएं भी मुहैया कराता आ रहा है. अब अगर आपने इसमें बचत खाता (Saving Account) खोल रखा है, तो आप इसमें छोटी से छोटी रकम जमा (Small Savings) करके ब्याज प्राप्त कर सकते हैं.
आपको बता दें कि डाकघर को बैंक का दर्जा मिल गया है. इसलिए आप अपने बचत खाते पर एटीएम (ATM) की सुविधा भी ले सकते हैं, लेकिन आपको यह जानना भी जरूरी है कि अगर आपने इस बचत खाते को खाली कर दिया, तो आपको हर महीने कम से कम 100 रुपये जुर्माने (Penalty) के तौर पर भुगतान करना होगा. अब बैंकों की तरह डाकघर के बचत खाते में भी मिनिमम बैलेंस (Minimum Balance) रखना जरूरी हो गया है.
डाकघर के बचत खाते में भी रखना होगा मिनिमम बैलेंस
डाकघर के बचत खाते के लिए मिनिमम बैंलेंस की सीमा निर्धारित की गई है. यह सीमा 500 रुपये तय की गई है. यदि आप 500 रुपये का मिनिमम बैलेंस नहीं रखते हैं, तो आपसे डाकघर द्वारा 100 रुपये की रकम वसूली जाएगी. इससे जुड़ी जानकारी इंडिया पोस्ट ने अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित भी की है. पोस्ट ऑफिस का यह फैसला 11 नवंब 2020 से लागू कर दिया गया है. इसके तहत डाकघर के बचत खाते में मिनिमम बैलेंस रखना जरूरी होगा. खाते में 500 रुपये का मिनिमम बैलेंस रखने पर फीस वसूली जाएगी.
साल के अंत में दिया जाता है जमा रकम पर ब्याज
डाकघर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 11 नवंबर 2020 तक बचत खाताधारक को मिनिमम बैलेंस रखना होगा. इस तारीख के बाद मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर चार्ज लागू होगा. डाकघर का बचत खाता अभी सालाना 4 फीसदी ब्याज ऑफर करता है. हालांकि, 10वीं तारीख से महीने की अंतिम तारीख के बीच अगर अकाउंट बैलेंस 500 रुपये से कम होता है, तो उस महीने ब्याज का भुगतान नहीं होता है. वित्त वर्ष के अंत में ब्याज खाते में क्रेडिट किया जाता है.
कौन खोल सकता है बचत खाता
भारत का कोई भी नागरिक डाकघर में बचत खुलवा सकता है. नाबालिग के नाम पर अभिभावक भी इसे खुलवा सकते हैं. खास बात यह है कि एक व्यक्ति को केवल एक खाता खुलवाने की इजाजत है. सिंगल अकाउंट को ज्वाइंट अकाउंट और ज्वाइंट अकाउंट को सिंगल अकाउंट में बदलने की अनुमति नहीं है. कम से कम 500 रुपये के साथ खाता खुलवाया जा सकता है.
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Posted By : Vishwat Sen
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