प्राइवेटाइजेशन रोकने के लिए छह महीने तक लंबी लड़ाई लड़ेंगे कर्मचारी

भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ (बीपीएमएस) ने प्राइवेटाइजेशन के खिलाफ आवाज बुलंद की है. बीपीएमएस से जुड़े संगठन 100 दिनों तक प्रदर्शन करनेवाले हैं. निजीकरण और निगमीकरण के विरोध में यह प्रदर्शन 27 जून से शुरू किया जाएगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 24, 2022 5:15 PM

भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ (बीपीएमएस) ने प्राइवेटाइजेशन के खिलाफ आवाज बुलंद की है. बीपीएमएस से जुड़े संगठन 100 दिनों तक प्रदर्शन करनेवाले हैं. निजीकरण और निगमीकरण के विरोध में यह प्रदर्शन 27 जून से शुरू किया जाएगा.

संघ के वरिष्ठ नेताओं का आरोप है कि केंद्र सरकार की नीतियों की वजह से आज देश का मजदूर वर्ग आंदोलित है. केंद्र सरकार रक्षा प्रतिष्ठानों को खत्म करने की साजिश कर रही है. इसी के तहत सरकार ने सबसे पहले रक्षा संस्थानों का निगमीकरण किया है.

केंद्र सरकार यह कह रही है कि हम सरकार चलाने आये हैं, उद्योग चलाने नहीं. लेकिन बिना मजदूर के न तो देश चलता है और न ही सरकार. केंद्र सरकार गलत नीतियां लाकर सरकारी कर्मियों के साथ अन्याय कर रही है. यही वजह है कि आंदोलन की रणनीति तैयार की गई है.

भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ कब और कहां करेगा आंदोलन?

प्राइवेटाइजेशन रोकने के लिए छह महीने तक लंबी लड़ाई लड़ेंगे कर्मचारी 4
प्राइवेटाइजेशन रोकने के लिए छह महीने तक लंबी लड़ाई लड़ेंगे कर्मचारी 5
प्राइवेटाइजेशन रोकने के लिए छह महीने तक लंबी लड़ाई लड़ेंगे कर्मचारी 6

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version