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Qatar Investment ने रिलायंस रिटेल में किया बड़ा निवेश,मुकेश अंबानी ने आलिया भट्ट की कंपनी में खरीदी हिस्सेदारी

कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने रिलायंस की करीब एक प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीदी है. इसके बारे में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बताया कि उसे अपनी खुदरा इकाई रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) में हिस्सेदारी अधिग्रहण के एवज में कतर निवेश प्राधिकरण (क्यूआईए) से 8,278 करोड़ रुपये मिल गए हैं.

By Madhuresh Narayan | September 7, 2023 11:18 AM
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भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के स्वामित्व वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) की हिस्सेदारी कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (Qatar Investment Authority) ने खरीदी है. बताया जा रहा है कि कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने रिलायंस की करीब एक प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीदी है. इसके बारे में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बताया कि उसे अपनी खुदरा इकाई रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) में हिस्सेदारी अधिग्रहण के एवज में कतर निवेश प्राधिकरण (क्यूआईए) से 8,278 करोड़ रुपये मिल गए हैं. इस सौदे के तहत रिलायंस ने देश की अग्रणी खुदरा विक्रेता फर्म आरआरवीएल के 6.86 करोड़ शेयर कतर के सरकारी निवेश कोष क्यूआईए को आवंटित कर दिए हैं.

कंपनी 6,86,35,010 शेयर किया आवंटित

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा कि रिलायंस रिटेल को क्यूआईए से 8,278 करोड़ रुपये की खरीद राशि मिल गई और उसने क्यूआईए की अनुषंगी कतर होल्डिंग एलएलसी को 6,86,35,010 शेयर आवंटित कर दिए. यह निवेश क्यूआईए के पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई कतर होल्डिंग ने किया है. इस सौदे का मूल्य एक अरब डॉलर यानी 8,278 करोड़ रुपये रहा. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 23 अगस्त को रिलायंस रिटेल में एक प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का ऐलान किया था. इसके बारे में मुकेश अंबानी ने रिलायंस के एजीएम में भी जानकारी दी थी.

रिलायंस रिटेल ने आलिया भट्ट प्रवर्तित बच्चों के ब्रांड एड-अ-मम्मा की बहुलांश हिस्सेदारी खरीदी

रिलायंस रिटेल ने अभिनेत्री आलिया भट्ट द्वारा प्रवर्तित बच्चों (किड्स) और मातृत्व संबंधी कपड़ों के ब्रांड एड-अ-मम्मा की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है. उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के खुदरा परिचालन वाली कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) ने बयान में कहा कि उसका लक्ष्य ब्रांड एड-अ-मम्मा को गतिशील वृद्धि पथ पर ले जाना है. दोनों कंपनियों ने संयुक्त बयान में कहा कि यह संस्थापक आलिया भट्ट के साथ नजदीकी से सहयोग करेगी और कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए अपनी अनुषंगी रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड की प्रबंधन शक्ति का लाभ उठाएगी. बयान में कहा गया कि आरआरवीएल ने बच्चों और मातृत्व परिधानों के आलिया भट्ट के ब्रांड एड-ए-मम्मा के साथ 51 प्रतिशत बहुमत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए संयुक्त उद्यम (जेवी) पर हस्ताक्षर किए हैं. कंपनी ने कहा कि एड-अ-मम्मा की स्थापना आलिया भट्ट ने 2020 में 2-12 साल के बच्चों के लिए एक परिधान ब्रांड के रूप में की थी. पिछले साल इसने अपने उत्पादों में मातृत्व से जुड़े परिधानों को भी शामिल किया था.

कई दिग्गज वैश्विक रणनीतिक और वित्तीय निवेशक दिखा रहे हैं रुचि : अंबानी

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने एजीएम में बताया था कि कई दिग्ग्ज वैश्विक रणनीतिक एवं वित्तीय निवेशक रिलायंस रिटेल में काफी रुचि दिखा रही हैं. रिलायंस रिटेल ने हाल में कतर की सरकारी एजेंसी से एक अरब डॉलर जुटाए हैं. उन्होंने बताया था कि यदि मौजूदा मूल्यांकन के आधार पर यह सूचीबद्ध होती, तो खुदरा उपक्रम शीर्ष चार सूचीबद्ध इकाइयों में से होता. अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा था कि तीन साल से भी कम समय में रिलायंस रिटेल का मूल्यांकन दोगुना हुआ है और मूल्य सृजन की इसकी गति का वैश्विक स्तर पर भी कोई मुकाबला नहीं है. कई दिग्गज वैश्विक रणनीतिक और वित्तीय निवेशकों ने रिलायंस रिटेल में काफी रुचि दिखाई है. मैं आपको उचित समय पर उनके साथ हमारी प्रगति के बारे में जानकारी दूंगा.

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मूल्यांकन तीन साल से भी कम समय में हुआ दोगुना

कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (क्यूआईए) ने हाल ही में 100 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर रिलायंस रिटेल वेंचर लिमिटेड (आरआरवीएल) में 8,278 करोड़ रुपये (एक अरब डॉलर) का निवेश कर करीब एक प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है. अंबानी ने कहा कि इसका मूल्यांकन तीन साल से भी कम समय में दोगुना हो गया है. अंबानी ने कहा कि केवल संदर्भ के लिए बात करें, तो सितंबर, 2020 में हमारे कोष जुटाने के दौरान, हमारे खुदरा कारोबार का मूल्यांकन 4.28 लाख करोड़ रुपये था. तीन साल से भी कम समय में कोविड-19 वैश्विक महामारी के बावजूद इसका मूल्यांकन लगभग दोगुना हो गया है. उन्होंने कहा कि इस मूल्यांकन के आधार पर अगर रिलायंस रिटेल सूचीबद्ध होती, तो यह भारत की शीर्ष चार कंपनियों में और वैश्विक स्तर पर शीर्ष 10 खुदरा विक्रेताओं में शुमार होती.

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