Bullet Train : ‘महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में भले ही देरी हो तो हो जाए, लेकिन बुलेट ट्रेन के शुरू होने में किसी तरह की देर नहीं होगी’. ये कहना है रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विजय कुमार यादव का. बुलेट ट्रेन परियोजना केंद्र की मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विजय कुमार यादव ने कहा कि यदि महाराष्ट्र में बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण में देरी होती है, तो रेलवे मुंबई-गुजरात बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को चरणबद्ध तरीके से चलाने के लिए तैयार है.
2024 तक पूरी हो जाएगी परियोजना
यादव ने बताया कि गुजरात में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम तेजी हो रहा है, जबकि महाराष्ट्र में इसमें कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसमें से एक इस प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण की समस्या है. इसका किसान संगठन विरोध कर रहे हैं. वहीं, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन यादव ने इस प्रोजेक्ट को 2024 तक पूरा होने की उम्मीद जताई है.
भूमि अधिग्रहण के बाद टेंडर होंगे आमंत्रित
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन यादव ने कहा कि बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए लीनियर प्रोजेक्ट्स के टेंडर तब तक आमंत्रित नहीं किए जा सकते, जब तक भूमि का अधिग्रहण नहीं हो जाता. उन्होंने यह भी बताया कि रेवले मंत्रालय इस परियोजना को एक साथ शुरू करना चाहता है, लेकिन जरूरत पड़ी, तो इस परियोजना को चरणबद्ध तरीके से भी शुरू किया जा सकता है.
चरणबद्ध तरीके से चलेगी बुलेट ट्रेन
चेयरमैन यादव ने कहा कि रेलवे मंत्रालय की महाराष्ट्र सरकार के साथ कई दौर की बातचीत हो चुकी है और उन्हें आश्वासन दिया गया है कि 4 महीने में 80 फीसदी भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो जाएगा. अगर ऐसा होता है, तो हम टेंडर आमंत्रित कर सकेंगे और दोनों चरणों को एक साथ शुरू किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि यदि महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण में देरी हुई, तो पहले चरण में वापी (गुजरात) तक के 325 किमी को स्ट्रेच को शुरू किया जा सकता है.
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Posted By : Vishwat sen
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