निजीकरण को लेकर उठ रहे सवालों के बीच रेल मंत्री पीयूष गोयल बोले- रेलवे भारत की संपत्ति, कभी नहीं होगा निजीकरण
Piyush Goyal, railway, Privatization : नयी दिल्ली : रेलवे के निजीकरण और कॉर्पोरेटाइजेशन को लेकर उठते सवालों के बीच रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि रेलवे भारत की संपत्ति है. इसका कभी निजीकरण नहीं होगा. साथ ही उन्होंने रेलवे में निजी क्षेत्र के निवेश पर बल देते हुए कहा कि यात्रियों को अच्छी सुविधा, रेलवे के जरिये देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने जैसे कार्यों के लिए निजी क्षेत्र का निवेश देशहित में किया जायेगा.
नयी दिल्ली : रेलवे के निजीकरण और कॉर्पोरेटाइजेशन को लेकर उठते सवालों के बीच रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि रेलवे भारत की संपत्ति है. इसका कभी निजीकरण नहीं होगा. साथ ही उन्होंने रेलवे में निजी क्षेत्र के निवेश पर बल देते हुए कहा कि यात्रियों को अच्छी सुविधा, रेलवे के जरिये देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने जैसे कार्यों के लिए निजी क्षेत्र का निवेश देशहित में किया जायेगा.
We're accused of privatizing Railways, but people never say that only govt vehicles should run on roads, it's so because both pvt&govt vehicles help economically. Pvt investment in Railways should we welcomed as it'll improve services: Railway Minister Piyush Goyal in Lok Sabha pic.twitter.com/WCiMalPLnV
— ANI (@ANI) March 16, 2021
लोकसभा में वर्ष 2021-22 के लिए रेल मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदानों की मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए पीयूष गोयल ने कहा, ”दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि कई सांसद निजीकरण और कॉर्पोरेटाइजेशन का आरोप लगाते हैं. भारतीय रेल का कभी निजीकरण नहीं होगा.” उन्होंने कहा, ”मैं विश्वास दिलाता हूं कि रेलवे भारत की संपत्ति है, उसका कभी निजीकरण नहीं होगा.”
मालूम हो कि सोमवार को चर्चा के दौरान कांग्रेस के जसबीर सिंह गिल, आईयूएमएल के ईटी मोहम्मद बशीर सहित कुछ अन्य सदस्यों ने रेलवे का निजीकरण करने का प्रयास किये जाने संबंधी टिप्पणी की थीं. रेल मंत्री ने कहा कि सड़कें भी सरकार ने बनायी है, तो क्या कोई कहता है कि इस पर केवल सरकारी गाड़ियां चलेंगी. उन्होंने कहा कि सड़कों पर सभी तरह के वाहन चलते हैं, तभी प्रगति होती है और तभी सभी को सुविधाएं मिलेंगी.
गोयल ने कहा कि तो क्या रेलवे में ऐसा नहीं होना चाहिए? क्या यात्रियों को अच्छी सुविधाएं नहीं मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मालवाहक ट्रेनें चलें और इसके लिए अगर निजी क्षेत्र निवेश करता है, तो क्या इस पर विचार नहीं होना चाहिए. मंत्री ने कहा कि पिछले सात वर्षों में रेलवे में लिफ्ट, एस्केलेटर एवं सुविधाओं के विस्तार की दिशा में अभूतपूर्व काम किये गये.
उन्होंने कहा, ”यदि हमें अत्याधुनिक विश्वस्तरीय रेलवे बनाना है, तो बहुत धन की आवश्यकता होगी.” पीयूष गोयल ने कहा कि अमृतसर के लिए 230 करोड़ रुपये के निवेश के साथ योजना बनायी गयी है. उन्होंने कहा कि ऐसे 50 स्टेशनों का मॉडल डिजाइन तैयार किया गया है. उन्होंने कहा कि नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन के सौंदर्यीकरण और आधुनिकीकरण के लिए व्यापक निवेश किया जा रहा है.
रेल मंत्री ने कहा, ”अगर निजी निवेश भी आये तो देश हित में, यात्रियों के हित में है. निजी क्षेत्र जो सेवाएं देगा, वे भारतीय नागरिकों को मिलेंगी. रोजगार मिलेंगे. देश की अर्थव्यवस्था बढ़ेगी.” उन्होंने कहा, ”सरकार और निजी क्षेत्र जब मिलकर काम करेंगे, तभी देश का उज्ज्वल भविष्य बनाने में सफल होंगे.” गोयल ने कहा कि पिछले साल सितंबर से इस साल फरवरी तक छह महीने में देश में रेलवे ने हर महीने जितनी माल ढुलाई की है, वह भारतीय रेल के इतिहास में सर्वाधिक है.
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