नई दिल्ली : भारतीय रेलवे ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 में अब तक सालाना आधार पर 41,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आमदनी हासिल की है. रेलवे की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में अब तक 1,91,162 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. एक साल पहले इसी अवधि में उसे 1,48,970 करोड़ रुपये के राजस्व की आमदनी हुई थी. आंकड़ों के अनुसार, रेलवे ने चालू वित्त वर्ष में अब तक 118.5 करोड़ टन माल की ढुलाई की. रेलवे को चालू वित्त वर्ष 2022-23 में कुल 2,35,000 करोड़ रुपये के राजस्व की उम्मीद है.
संशोधित किया जा सकता है सालाना आय लक्ष्य
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान माल ढुलाई की बढ़ती मांग ने रेलवे को अपने तंत्र में हर महीने करीब 2000 वैगन जोड़ने के लिए प्रेरित किया. इसके साथ ही, रेलवे चालू वित्त वर्ष के लिए अपनी आय 2,35,000 करोड़ रुपये के बजट लक्ष्य 81 फीसदी के साथ अगले कुछ हफ्तों में पूरे साल के लक्ष्य को हासिल करने के लिए तैयार है. बजट पेश होने में अभी 10 दिन शेष हैं, लेकिन बताया यह जा रहा है कि बजट पेश होने के बाद रेलवे के आय लक्ष्य को संशोधित भी किया जा सकता है.
यात्री राजस्व रिकॉर्ड स्तर पर
आधिकारिक आंकड़ों से पला चलता है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान 18 जनवरी तक 52,000 करोड़ रुपये का यात्री राजस्व अपने रिकॉर्ड स्तर पर है, जो वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान अर्जित आय 51,000 करोड़ रुपये से अधिक है. इसके साथ ही, चालू वित्त वर्ष में 18 जनवरी तक माल ढुलाई से होने वाली आमदनी 15.6 फीसदी बढ़कर 1.3 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है.
कोयला और लौह अयस्कों की ढुलाई बढ़ी
आधिकारिक सत्रों ने कहा कि कई खंडों में लोडिंग में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. कोयला क्षेत्र के लिए करीब 530 रेक हैं, जो वर्तमान में देश भर में लोड किए जा रहे हैं. वहीं, एक साल पहले कोयला के लिए करीब 465 रेक ही थे. इसी प्रकार लौह अयस्क के लिए लोडिंग के लिए एक दिन में रेकों की संख्या 108 से बढ़कर अब 117 हो गई है.
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