RBI Digital Currency: RBI ने मंगलवार को भारत में अपने डिजिटल करंसी के पायलट टेस्टिंग की शुरुआत की. इस पायलट टेस्टिंग में RBI के साथ मिलकर State Bank Of India (SBI), Bank Of Baroda (BOB), Union Bank Of India, HDFC Bank, Kotak Mahindra Bank, ICICI Bank, IDFC First Bank, Yes Bank और HSBC Bank ने भी हिस्सा लिया. बता दें देश में RBI का डिजिटल करंसी ट्रांजैक्शन का पायलट टेस्टिंग एक सफल परीक्षण साबित हुआ. पहले ही दिन टेस्टिंग के दौरान 48 ट्रांजैक्शन किये गए और इनकी कुल राशि 275 करोड़ रुपये थी.
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा शुरू ‘डिजिटल रुपये’ के पहले पायलट परीक्षण में आईसीआईसीआई बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा समेत कई बैंकों ने सरकारी प्रतिभूतियों में लेनदेन के लिए हिस्सा लिया.
सूत्रों के अनुसार, आईसीआईसीआई बैंक ने ‘केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा’ (सीबीडीसी) का इस्तेमाल करते हुए आईडीएफसी फर्स्ट बैंक को जीएस 2027 प्रतिभूतियां बेचीं. उन्होंने बताया कि डिजिटल रुपये के साथ कुल मिलाकर 275 करोड़ रुपये के 48 सौदे हुए. भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और कोटक महिंद्रा बैंक ने भी डिजिटल रुपये (थोक खंड) के पहले पायलट परीक्षण में भाग लिया.
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आरबीआई ने डिजिटल रुपये (थोक खंड) का पहला पायलट परीक्षण शुरू करने की घोषणा करते हुए कहा था कि- डिजिटल रुपये (खुदरा खंड) का पहला पायलट परीक्षण एक महीने के भीतर शुरू करने की योजना है. यह परीक्षण विशेष उपयोगकर्ता समूहों के बीच चुनिंदा स्थानों में किया जाएगा, जिसमें ग्राहक और कारोबारी शामिल हैं.
आरबीआई की डिजिटल मुद्रा में सौदों का निपटान करने से निपटान लागत (डिस्पोजल कॉस्ट) में कमी आने की संभावना है. सीबीडीसी किसी केंद्रीय बैंक की तरफ से जारी होने वाले मौद्रिक नोटों का डिजिटल स्वरूप है. दुनियाभर के केंद्रीय बैंक सीबीडीसी लाने की संभावनाओं को टटोल रहे हैं. सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में डिजिटल रुपया लाने की घोषणा की थी. (भाषा इनपुट के साथ)
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