PMC के डिपॉजिटर्स को अभी और करना होगा इंतज़ार, रिजर्व बैंक ने 30 जून तक बढ़ाया प्रतिबंध, जानें इससे जुड़ी नई गाइडलाइन

रिजर्व बैंक (RBI) ने पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (PMC Bank) पर लगे प्रतिबंध की अवधि 30 जून तक बढ़ा दी है. इसके चलते पीएमसी बैंक के जमाकर्ताओं (depositors) का बैंक में फंसा हुआ उनका पैसा वापस मिलने में अभी और समय लग सकता है. बैंक की वित्तीय स्थिति को देखते हुए इसके रेजोल्यूशन प्रक्रिया में और अधिक समय लगने की आशंका है. सितंबर, 2019 में रिजर्व बैंक ने पीएमसी के बोर्ड को भंग कर दिया था और बैंक को नियामकीय अंकुशों के तहत डाल दिया था. इनमें बैंक के ग्राहकों द्वारा अपने खातों से निकासी को लेकर अंकुश भी थे. इन अंकुशों कई बार आगे बढ़ाया जा चुका है.

By Contributor | March 27, 2021 2:46 PM

रिजर्व बैंक (RBI) ने पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (PMC Bank) पर लगे प्रतिबंध की अवधि 30 जून तक बढ़ा दी है. इसके चलते पीएमसी बैंक के जमाकर्ताओं (depositors) का बैंक में फंसा हुआ उनका पैसा वापस मिलने में अभी और समय लग सकता है. बैंक की वित्तीय स्थिति को देखते हुए इसके रेजोल्यूशन प्रक्रिया में और अधिक समय लगने की आशंका है. सितंबर, 2019 में रिजर्व बैंक ने पीएमसी के बोर्ड को भंग कर दिया था और बैंक को नियामकीय अंकुशों के तहत डाल दिया था. इनमें बैंक के ग्राहकों द्वारा अपने खातों से निकासी को लेकर अंकुश भी थे. इन अंकुशों कई बार आगे बढ़ाया जा चुका है.

क्या है पीएमसी बैंक घोटाला

बैंक के कामकाज में अनियमितताएं और रीयल एस्टेट कंपनी एचडीआईएल को दिए गए कर्ज के बारे में सही जानकारी नहीं देने के कारण RBI ने एक सितंबर, 2019 में बैंक से पैसे निकालने पर रोक लगा दी थी. बैंक ने अपने कुल लोन 8,880 करोड़ रुपये में से 6,500 करोड़ रुपये का लोन एचडीआईएल को दिया था. यह उसके कुल कर्ज का करीब 73 प्रतिशत था और ये पूरा लोन पिछले दो-तीन साल से एनपीए बनी हुई थी इसलिए RBI ने इसपर रोक लगा दी थी.

एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट में लग सकता है समय

आरबीआई ने कहा कि 3 नवंबर को मंगाए गए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EoI) के तहत बैंक के रीकंस्ट्रक्शन के लिए उसे कई आवेदन मिले हैं. आरबीआई और पीएमसी इन निवेशकों से बैंक के जमाकर्ताओं और दूसरे स्टेकहोल्डर्स के लिए बेस्ट डील हासिल करना चाहती है. इसके लिए जनवरी, 2021 में पेमेंट सर्विस कंपनी BharatPay ने पीएमसी बैंक के अधिग्रहण को लेकर इच्छा जताई थी. पीएमसी बैंक के प्रपोजल के मुताबिक, इसका रीकंस्ट्रक्शन करने वाले इंवेस्टर्स को इसके कैपिटल टू रिस्क वेटेड ऐसेट्स रेशियो का 9 फीसदी मिनिमम कैपिटल इंवेस्ट करना होगा.

1 लाख रुपये तक है निकासी सीमा

आरबीआई ने पीएमसी बैंक का बोर्ड अपने हाथ में लेने के बाद बैंक में जमा निकासी प्रतिबंध 50,000 रुपये कर दिए थे. तब से लगभग 78 फीसदी जमाकर्ताओं को 50,000 रुपये की निकासी सीमा के भीतर अपनी जमा राशि निकालने की अनुमति दी गई थी. पिछले साल जून में इस सीमा को बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया था, लेकिन बड़ी रकम वाले डिपॉजिटर्स अभी भी अपना पैसा वापस नहीं पा रहे हैं. आरबीआई ने निकासी की सीमा को बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया था, लेकिन आरबीआई ने कहा था कि बैंक के 84 प्रतिशत से अधिक जमाकर्ता अपना पूरा खाता शेष निकाल सकेंगे और अब निकासी रकम के प्रतिबंध बढ़ाये जाने से जमाकर्ताओं को कुछ वक्त और इंतज़ार करना पड़ेगा.

Also Read: PMC Bank : आरबीआई ने एके दीक्षित को बनाया पीएमसी बैंक का नया एडमिनिस्ट्रेटर

Posted by : Vishwat Sen

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version