आरबीआई ने दी बिना इंटरनेट और स्मार्टफोन के यूपीआई पेमेंट की सुविधा, 40 करोड़ लोगों को मिलेगा फायदा
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि इस सेवा की शुरूआत के बाद सामान्य मोबाइल फोन उपयोगकर्ता सुरक्षित तरीके से डिजिटल पेमेंट कर सकेंगे.
भारतीय रिजर्व बैंक ने आज एक नयी सेवा लॉन्च की है जो फीचर फोन निर्माताओं के लिए है. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस नयी सेवा का शुभांरभ किया है. इस सेवा की शुरुआत के बाद 40 करोड़ से अधिक फीचर फोन उपभोक्ता सुरक्षित तरीके से डिजिटल भुगतान कर सकेंगे.
सामान्य मोबाइल फोन उपभोक्ताओं के लिए है सेवा
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि इस सेवा की शुरूआत के बाद सामान्य मोबाइल फोन उपयोगकर्ता सुरक्षित तरीके से डिजिटल पेमेंट कर सकेंगे. यह सुविधा उन लोगों के लिए भी उपलब्ध है जिनके पास इंटरनेट कनेक्शन नहीं है.
बिना इंटरनेट कनेक्शन मिलेगा लाभ
शक्तिकांत दास ने कहा कि जिन लोगों के पास इंटरनेट कनेक्शन नहीं है, वे यूपीआई 123पे नाम से शुरू की गयी इस सेवा के जरिए डिजिटल भुगतान कर सकते हैं और यह सेवा साधारण फोन पर काम करेगी. दास ने कहा कि अब तक यूपीआई की सेवाएं मुख्य रूप से स्मार्टफोन पर ही उपलब्ध हैं, जिसके चलते समाज के निचले तबके के लोग इनका इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं.
ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को फायदा होगा
शक्तिकांत दास ने कहा कि खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा है. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में अब तक यूपीआई लेनदेन 76 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 41 लाख करोड़ रुपये था. उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं है, जब कुल लेनदेन का आंकड़ा 100 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा.
40 करोड़ हैं फीचर फोन उपयोगकर्ता
एक अनुमान के मुताबिक देश में 40 करोड़ मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं के पास सामान्य फीचर फोन हैं. डिप्टी गवर्नर टी रविशंकर ने कहा कि इस समय यूपीआई सेवाएं यूएसएसडी-आधारित सेवाओं के जरिए ऐसे उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध हैं, लेकिन यह काफी बोझिल है और सभी मोबाइल परिचालक ऐसी सेवाओं की अनुमति नहीं देते हैं. आरबीआई ने कहा कि फीचर फोन उपयोगकर्ता अब चार तकनीकी विकल्पों के आधार पर कई तरह के लेनदेन कर सकते हैं.
ये हैं सुविधाएं
इनमें आईवीआर (इंटरैक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स) नंबर पर कॉल करना, फीचर फोन में ऐप की कार्यक्षमता, मिस्ड कॉल आधारित विधि और ध्वनि आधारित भुगतान शामिल हैं. इस सेवा के जरिए उपयोगकर्ता दोस्तों और परिवार को धन भेज सकते हैं, विभिन्न उपयोगिता बिलों का भुगतान कर सकते हैं और वाहनों के फास्ट टैग को रिचार्ज करने तथा मोबाइल बिलों का भुगतान करने की सुविधा भी इसमें मिलेगी.
डिजिटल भुगतान के लिए हेल्पलाइन
दास ने मंगलवार को डिजिटल भुगतान के लिए एक हेल्पलाइन भी शुरू की गई, जिसे भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने तैयार किया है. डिजीसाथी नाम की इस हेल्पलाइन की मदद वेबसाइट – डिजीसाथी डॉट कॉम और फोन नंबर – ‘14431′ और ‘1800 891 3333′ के जरिए ली जा सकती है.
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